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परमात्म शक्तियों को कैसे करें महसूस? How to Feel The Spiritual Power

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हजारों सालों से कहा जाता रहा है कि ईश्वर का कण कण में वास होता है और मुसीबतों में वही इंसान की मदद करता है। इसके साथ ही धरती पर इंसानों के साथ  कई देवात्माओं के भी वास करने के बारे में हम न सिर्फ सुनते आए हैं, बल्कि कई लोगों द्वारा इन देवात्माओं को महसूस किए जाने के बारे में भी देखने-सुनने को मिलता रहता है, लेकिन अगर ये सब-कुछ सच है, तो फिर हमें हमारे आसपास किसी दैवीय शक्ति का अहसास क्यों नहीं होता है। इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश करें तो पाएंगे कि कुछ तो ऐसा खास है, जिसकी वजह से ही इन शक्तियों को महसूस किया जा सकता है। चलिए, जानते हैं कि आखिर किन लोगों को इन शक्तियों का अहसास होता है और हम इन शक्तियों को अपने आसपास कैसे महसूस कर सकते हैं।

दरअसल, दुनिया में ऐसे बहुत से लोगों के बारे में हम सुनते है, जिन्हें अपनर जीवन में अक्सर दैवीय शक्तियों से सहायता मिलती है और उनकी मदद से उनके हरैक काम बनते चले जाते हैं। हालांकि इन शक्तियों की मदद किसी को कम मिलती है तो किसी को भरपूर, लेकिन गौर किया जाए तो हम भी पाएंगे कि कभी ना कभी किसी दैवीय शक्ति ने किसी न किसी प्रकार से हमारे भी मदद की है। सवाल यह उठता है कि आम व्यक्ति ये कैसे पहचानें कि दैवीय शक्तियां उसकी मदद कर रही है या उसकी पूजा-पाठ और प्रार्थना का असर हो रहा है? इसके लिए हम आपको कुछ संकेतों के बारे में बात रहे हैं, जिनके आधार पर ये जाना जा सकता है और इन दैवीय शक्तियों का अहसास किया जा सकता है।


अच्छा और पवित्र चरित्र
इनमें सबसे पहला संकेत है अच्छा और पवित्र चरित्र। क्योंकि कई शास्त्रों में भी कहा गया है कि दूसरों की मदद करने वाले कि भगवान स्वयं मदद करते हैं। जो लोग दूसरों के दुखों को समझते हैं, जो बुराइयों से दूर रहते हैं, जो नकारात्मक विचारों से दूर रहते, जो नियमित रूप से अपने ईश्वर की आराधना करते हैं या जो धर्म व पुण्य के कामों में लगे रहते हैं। ऐसे लोगों की हमेशा  दैवीय शक्ति मदद करती है। यदि आपको लगता है कि आपमें ये खूबियां है तो निश्‍चित ही दैवीय शक्तियां आपकी मदद कर रही हैं। आपको बस थोड़ा सा गौर करना होगा, जिससे आप इन शक्तियों को अपने आसपास महसूस कर सकते हैं।

ब्रह्म मुहूर्त के समय जागना
हम सभी बचपन से सुनते आए हैं कि नींद से सुबह जल्दी उठना चाहिए। उसमें भी सबसे बेहतर समय ब्रह्म मुहूर्त यानि करीब 4 बजे के आसपास का बताया गया है। दरअसल, विद्वान लोगों का मानना हैं कि ब्रह्म मुहूर्त के समय यानि रात्रि 3 से 5 के बीच में अगर आपकी आंखें प्रतिदिन खुलती है तो समझ जाइए कि उस वक्त दैवीय शक्तियां आपके साथ होती हैं, क्योंकि यही वो समय होता जबकि देवता जागते रहते हैं। यह भी कहा जाता है कि सत्व गुण प्रधान के लोग ब्रह्म मुहूर्त के समय में स्वत: ही उठ जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त के समय बहने वाली वायु को अमृततुल्य कहा गया है और इसीलिए इस समय को अमृत वेला भी कहा जाता है। ऐसे में यदि आप अपने बचपन से लेकर जवानी तक इस समय के बीच उठते रहे हैं तो समझ जाएं कि उस वक्त दैवीय शक्तियां आपके आसपास होती हैं और वे आपको एक अच्छी आत्मा समझकर नींद से उठने का संकेत देती है। असल में इनका ये संकेत आपसे कहता है कि यह यह जीवन सोने के लिए नहीं है, आपको दुनिया में बहुत कुछ करना है।

सपने में देवात्माओं का नजर आना
यदि आपको नींद में बार—बार किसी देवता या फिर मंदिर अथवा देवस्थान के सपने आते रहते हैं और सपने में आप आसमान में ही उड़ते रहते हैं या सपने में आप देवी-देवताओं से वार्तालाप करते रहते हैं तो आप समझ जाइए कि दैवीय शक्तियों की आप पर मेहरबानी होती है।

घटनाओं का पूर्वाभास होना
यदि आपको आने वाले समय में घटित होने वाली घटनाओं का पहले से ही अंदेशा हो जाता है या आपको पूर्वाभास हो जाता है तो आप समझ जाइए कि दैवीय शक्तियों की आप पर कृपा है।

पारिवारिक प्रेम
आपकी पत्नी, बेटा, बेटी और आपके सभी परिजन आपकी बात मानते हैं, आपकी आज्ञा का पालन कर रहे हैं, वे सभी आपसे प्यार करते हैं और आप भी उनसे प्यार कर रहे हैं तो आप समझ जाइए कि दैवीय शक्तियां आप से प्रसन्न हैं।

भाग्य से भी ज्यादा की अचानक प्राप्ति होना
कई बार हमें ऐसे भी लगने लग जाता है कि शायद हमें हमारे भाग्य से भी अधिक मिल गया है। असल में ये दैवीय शक्तियों से ही संभव होता है। जीवन में कभी आपको अचानक से कोई लाभ प्राप्त हो जाता है। आपके किसी भी कार्य में किसी भी प्रकार की आपको बाधा उत्पन्न नहीं होती है और सभी कुछ आपको बहुत आसानी से मिल जाता है, तो आप समझ जाइए कि दैवीय शक्तियां आपकी मदद कर रही हैं।

अपने आसपास सुगंधित वातावरण का अहसास होना
यदि कभी-कभी आपको यह महसूस होता है कि मेरे आसपास कोई है या आपको बिना किसी कारण ही अपने आसपास सुगंध का अहसास हो तो समझ जाइए कि अलौकिक शक्तियां आपके आसपास आपकी मदद के लिए हैं।

पूजा के समय सुहानी हवा का अहसास
पूजा के समय पर यदि आपको ऐसा लगने लगे कि अचानक सुहानी हवा का कोई झोंका या प्रकाश पुंज आपकी ओर आया और शरीर में एक सिहरन सी दौड़ने लगे। जिसका आपको पहले कभी भी ऐसा अहसास नहीं हुआ हो, तो समझिए कि देवी या देवता आप पर प्रसन्न हैं।

खुद को हवा से हल्का महसूस करना
भूमि पर रहते हुए यदि आपको कभी यह अहसास हो कि मेरे आसपास बादल या ठंडी हवा का एक पुंज है, जिसने मुझे घेरा हुआ है और मैं खुद को हवा में उड़ता हुआ महसूस कर रहा हूं, तो आप समझ जाइए कि अलौकिक या दैवीय शक्ति ने आपको घेर रखा है। ऐसा अक्सर बहुत ज्यादा और तल्लीनता से पूजा-पाठ करने वाले व्यक्ति के साथ होता है।

रोशनी का पुंज
अचानक ही आपको तेज रोशनी का पुंज दिखाई दे, जिसकी कि आपने कभी कल्पना भी नहीं की हो सकते या आपको अचानक ही कानों में कोई मधुर संगीत सुनाई दे और आप आश्‍चर्य करें कि यहां आसपास तो कोई संगीत बज ही नहीं रहा फिर भी यह मधुर संगीत कैसे सुनाई दे रहा है, तो आप समझ जाइए कि आप दैवीय शक्ति के सान्निध्य में हैं। ऐसा अक्सर उन लोगों के साथ होता है, जो निरंतर ही अपने ईष्ट की आराधना या ध्यान करते रहते हैं।

किसी की आवाज सुनाई देना
जरा सोचिए कि आप रात्रि में गहरी नींद में सो रहे हैं और अचानक से आपकी आंख कुछ इस तरह से खुल जाती है, जैसे किसी ने आपको आवाज देकर जगाया है, लेकिन अगले ही पल आपको अहसास होता है कि यहां तो कोई नहीं है, लेकिन आवाज तो बिल्कुल साफ थी और मुझे किसी ने पुकारा था। अगर आपके साथ ऐसा अक्सर या कई बार होता है तो समझ जाइए कि आप पर किसी अलौकिक शक्ति की मेहरबानी है। ऐसे में आप अपने ईष्ट की आराधना करें और आपके जीवन को खुशनुमा बनाने के लिए उनको धन्यवाद देवें।

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