Breaking News

प्राकृतिक चिकित्सा से ही असाध्य रोगों का स्थाई निदान संभव : डॉ. भगवान सहाय

अजमेर। प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति प्राचीन वैदिक कालसे चलीआ रही है व समस्त चिकित्सा पद्धतियों की जननी हैव इसी के द्वारा असाध्य रोगों का स्थाई निदान संभव है,यह विचार दयानंद प्राकृतिक योग चिकित्सालय एवं भारत विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में विगत 6 दिन सेलोहाखान स्थित अजमेर गरीब बीमार सहायता सोसायटी भवन में चल रहे प्राकृतिक चिकित्सा शिविर के दौरान व्यक्त किए।

डॉ. भगवान सहाय का कहना है कि दूसरी सभीपद्धतियां दवाइयों पर निर्भर है जबकि प्राकृतिकचिकित्सा बिना दवाइयों के उपचार करती है। यह पद्धतिथोड़ी धीमी जरूर है लेकिन इससे जो उपचार होता है उसके उपरान्त यदि रोगी व्यक्ति नियम- संयम व संतुलित शाकाहारी आहार से पालन करें तो वह स्थिति दोबारानहीं बनती और रोग का निदान हमेशा के लिए हो जाता है।

उन्होंने बताया कि इस 8 दिवसीय शिविर में कई जटिलरोगों के मरीज उपचार ले रहे हैं जिसमें चर्म रोग, पेट केरोग, वजन घटाना, अस्थमा, माइग्रेन, सायटिका,थायरा  ड, सर्वाइकल, घुटनों का दर्द, सोरायसिस जैसी बीमारियों का पंच कर्म, षष्ट कर्म, फिजियोथैरेपी, सुजोकचिकित्सा, एक्यूपंचर, मेडिटेशन, योग व प्राणायाम केमाध्यम से उपचार किया जा रहा है।

इस शिविर में डॉ. भगवान सहाय के साथ चिकित्सक डॉनवल किशोर पिंगोलिया व चिकित्सा सहायक पवनकुमार, हेमंत कुमार, सिमरन और निर्मला सेवाएं दे रहे हैं।


No comments