मनीष मित्तल बने किराना किंग 'इस दिवाली कौन बनेगा किंग' काॅन्टेस्ट के विजेता
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर बेस्ड स्टार्टअप किराना किंग की ओर से दिवाली के मौके पर चलाए गए 'इस दिवाली कौन बनेगा किंग' काॅन्टेस्ट का मेगा ड्रॉ मानसरोवर स्थित किराना किंग पर खोला गया। इसमें पहले पुरूस्कार के रूप में मनीष मित्तल ने टीवीएस स्कूटी जीती, जबकि सतीश शर्मा और आशीष दवे ने फुल्ली ऑटोमैटिक वाशिंग मशीन के रूप में दूसरा और तीसरा पुरस्कार साझा किया। विजेताओं का चयन किराना किंग के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में सार्वजनिक तौर पर किया गया।
बता दें कि यह नौ दिवसीय काॅन्टेस्ट 19 अक्टूबर को शुरू हुआ था और इसका समापन दिवाली की पूर्व संध्या पर हुआ। मिनी ड्राॅ के विजेताओं का चयन 30 अक्टूबर - 1 नवंबर के बीच किराना किंग नेटवर्क के 100 से अधिक स्टोर्स में किया गया और विजेताओं को व्यक्तिगत रूप से सूचित किया गया। विजेताओं को पुरस्कारों का वितरण प्रतिभागी नेटवर्क स्टोर ने किया और इस प्रकार काॅन्टेस्ट न सिर्फ शहरभर में चर्चित रहा, बल्कि इसने अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को जोडने में भी सफलता हासिल की। दिवाली फेस्टिव काॅन्टेस्ट में हजारों की संख्या में उपभोक्ताओं ने 100 से अधिक किरना किंग नेटवर्क स्टोर्स के विशाल हाइपरलोकल नेटवर्क के माध्यम से भाग लिया।
काॅन्टेस्ट के समापन पर विजेताओं को बधाई देते हुए किराना किंग के फाउंडर और सीईओ अनूप कुमार खंडेलवाल ने कहा कि मैं उन सभी भाग्यशाली उपभोक्ताओं को अपनी बधाई देता हूं, जिन्होंने प्रतियोगिता में भाग लिया। हमें उपभोक्ताओं को यह बताने में खुशी होती है कि वे वास्तव में अपने पड़ोस में किराने की खरीदारी की सुविधा के हकदार हैं। किराना किंग पारंपरिक ऑफलाइन किराना दुकानों को सक्षम और सशक्त बना रहा है, ताकि उन्हें अधिक टिकाऊ और प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके।
बहरहाल, ऐसे में दिवाली के बाद बाजार के विश्लेषण से खुदरा और एफएमसीजी उद्योग में सम्मानजनक वृद्धि का पता चलता है। ऑफर, छूट और उपभोक्ताओं के साथ मजबूत जुड़ाव के लिए इस दिवाली कौन बनेगा किंग जैसे काॅन्टेस्ट के सहारे खुदरा व्यापार धारणा को मजबूती मिली। आईबीईएफ के अनुसार, रिटेल के कुल उपभोग व्यय का स्तर 2017 में 1,29,000 करोड़ रुपए था, इसके 2020 तक 2,56,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। विभिन्न आय वर्गों में उपभोक्ताओं के खरीदारी पैटर्न में अंतर को साफ पहचाना जा सकता है।
बता दें कि यह नौ दिवसीय काॅन्टेस्ट 19 अक्टूबर को शुरू हुआ था और इसका समापन दिवाली की पूर्व संध्या पर हुआ। मिनी ड्राॅ के विजेताओं का चयन 30 अक्टूबर - 1 नवंबर के बीच किराना किंग नेटवर्क के 100 से अधिक स्टोर्स में किया गया और विजेताओं को व्यक्तिगत रूप से सूचित किया गया। विजेताओं को पुरस्कारों का वितरण प्रतिभागी नेटवर्क स्टोर ने किया और इस प्रकार काॅन्टेस्ट न सिर्फ शहरभर में चर्चित रहा, बल्कि इसने अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को जोडने में भी सफलता हासिल की। दिवाली फेस्टिव काॅन्टेस्ट में हजारों की संख्या में उपभोक्ताओं ने 100 से अधिक किरना किंग नेटवर्क स्टोर्स के विशाल हाइपरलोकल नेटवर्क के माध्यम से भाग लिया।
काॅन्टेस्ट के समापन पर विजेताओं को बधाई देते हुए किराना किंग के फाउंडर और सीईओ अनूप कुमार खंडेलवाल ने कहा कि मैं उन सभी भाग्यशाली उपभोक्ताओं को अपनी बधाई देता हूं, जिन्होंने प्रतियोगिता में भाग लिया। हमें उपभोक्ताओं को यह बताने में खुशी होती है कि वे वास्तव में अपने पड़ोस में किराने की खरीदारी की सुविधा के हकदार हैं। किराना किंग पारंपरिक ऑफलाइन किराना दुकानों को सक्षम और सशक्त बना रहा है, ताकि उन्हें अधिक टिकाऊ और प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके।
बहरहाल, ऐसे में दिवाली के बाद बाजार के विश्लेषण से खुदरा और एफएमसीजी उद्योग में सम्मानजनक वृद्धि का पता चलता है। ऑफर, छूट और उपभोक्ताओं के साथ मजबूत जुड़ाव के लिए इस दिवाली कौन बनेगा किंग जैसे काॅन्टेस्ट के सहारे खुदरा व्यापार धारणा को मजबूती मिली। आईबीईएफ के अनुसार, रिटेल के कुल उपभोग व्यय का स्तर 2017 में 1,29,000 करोड़ रुपए था, इसके 2020 तक 2,56,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। विभिन्न आय वर्गों में उपभोक्ताओं के खरीदारी पैटर्न में अंतर को साफ पहचाना जा सकता है।
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