बीएसडीयू ने मांगे विविध विषयों में बी.वोक. प्रोग्राम के आवेदन
जयपुर। भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) जयपुर ने 3 वर्षीय बैचलर ऑफ वोकेशन (बी.वोक.) पाठ्यक्रम के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। बी.वोक. डिग्री यूजीसी से अनुमोदित है और यह अन्य किसी भी ग्रेजुएट/पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री के समकक्ष मान्यता प्राप्त है। यह डिग्री देश में कौशल सेट से संबंधित महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिहाज से और इंडस्ट्री के लिए तैयार ग्रेजुएट मैदान में उतारने के लिहाज से नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) पर आधारित है।
बी.वोक. पाठ्यक्रम का 60 प्रतिशत हिस्सा कौशल आधारित और 40 प्रतिशत भाग सामान्य शिक्षा से संबंधित है। बीएसडीयू में अर्जित कौशल के पूरक के लिए, छात्रों को हर वैकल्पिक सेमेस्टर में औद्योगिक इंटर्नशिप के लिए भेजा जाता है।
बी.वोक. कार्यक्रम की संरचना माड्यूलर रूप में की गई है। इसमें सर्टिफिकेट (6 माह के बाद), डिप्लोमा (1 वर्ष के बाद), एडवांस्ड डिप्लोमा (2 वर्ष के बाद) और बी.वोक. (3 वर्ष के बाद) के दौरान अनेक एंट्री और एक्जिट प्वाइंट हैं। इसमें 6 सेमेस्टर हैं, जिनमें से प्रत्येक के 30 क्रेडिट निर्धारित हैं। बी.वोक. डिग्री प्राप्त करने के लिए कुल 180 क्रेडिट अर्जित करने होंगे।
कंपनियों में नौकरी के बेहतरीन अवसरों के अलावा, बी.वोक. डिग्री धारक आईएएस, आईपीएस, डिफेंस ऑफिसर्स और अन्य केंद्रीय और राज्य सेवाओं के लिए भी पात्र होंगे। बीएसडीयू के प्रेसीडेंट ब्रिगेडियर एस एस पाब्ला ने कहा, “बी.वोक. प्रोग्राम को इस तरह डिजाइन किया गया है, ताकि विद्यार्थी स्किल्स के विषय में न सिर्फ ज्ञान हासिल कर सकें, बल्कि वे आवश्यक तकनीकी कौशल भी हासिल करने में सफल हो सकें। यही इस पाठ्यक्रम का मिशन भी है।
बी.वोक. कार्यक्रम का हमारा मुख्य उद्देश्य अपने से संबंधित फील्ड में प्रशिक्षित पेशेवर तैयार करना है, ताकि वे इंडस्ट्री में काम कर सकें या फिर अपना उद्यम शुरू कर सकें। मजबूत क्षमता के साथ कौशल हासिल करने वाले छात्रों को आसानी से उद्योगों में नियोजित किया जाता है। बी.वोक. कार्यक्रम छात्रों को एक व्यापक, बहुमुखी कौशल प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि उन्हें जल्द ही इंडस्ट्री में अवसर मिल सकें।”
पात्रता : बी.वोक. पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने वाले छात्र को उत्तीर्ण होना चाहिए
1. 10़2 की हायर सैकण्डरी सर्टिफिकेट परीक्षा (पीसीएम के साथ)
2. 10 वीं के बाद 2 साल की आईटीआई
3. पॉलिटेक्निक डिप्लोमा धारकों को बी.वोक. के दूसरे वर्ष में लेटरल एंट्री के लिए योग्य माना जाएगा।
बी.वोक. पाठ्यक्रम का 60 प्रतिशत हिस्सा कौशल आधारित और 40 प्रतिशत भाग सामान्य शिक्षा से संबंधित है। बीएसडीयू में अर्जित कौशल के पूरक के लिए, छात्रों को हर वैकल्पिक सेमेस्टर में औद्योगिक इंटर्नशिप के लिए भेजा जाता है।
बी.वोक. कार्यक्रम की संरचना माड्यूलर रूप में की गई है। इसमें सर्टिफिकेट (6 माह के बाद), डिप्लोमा (1 वर्ष के बाद), एडवांस्ड डिप्लोमा (2 वर्ष के बाद) और बी.वोक. (3 वर्ष के बाद) के दौरान अनेक एंट्री और एक्जिट प्वाइंट हैं। इसमें 6 सेमेस्टर हैं, जिनमें से प्रत्येक के 30 क्रेडिट निर्धारित हैं। बी.वोक. डिग्री प्राप्त करने के लिए कुल 180 क्रेडिट अर्जित करने होंगे।
कंपनियों में नौकरी के बेहतरीन अवसरों के अलावा, बी.वोक. डिग्री धारक आईएएस, आईपीएस, डिफेंस ऑफिसर्स और अन्य केंद्रीय और राज्य सेवाओं के लिए भी पात्र होंगे। बीएसडीयू के प्रेसीडेंट ब्रिगेडियर एस एस पाब्ला ने कहा, “बी.वोक. प्रोग्राम को इस तरह डिजाइन किया गया है, ताकि विद्यार्थी स्किल्स के विषय में न सिर्फ ज्ञान हासिल कर सकें, बल्कि वे आवश्यक तकनीकी कौशल भी हासिल करने में सफल हो सकें। यही इस पाठ्यक्रम का मिशन भी है।
बी.वोक. कार्यक्रम का हमारा मुख्य उद्देश्य अपने से संबंधित फील्ड में प्रशिक्षित पेशेवर तैयार करना है, ताकि वे इंडस्ट्री में काम कर सकें या फिर अपना उद्यम शुरू कर सकें। मजबूत क्षमता के साथ कौशल हासिल करने वाले छात्रों को आसानी से उद्योगों में नियोजित किया जाता है। बी.वोक. कार्यक्रम छात्रों को एक व्यापक, बहुमुखी कौशल प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि उन्हें जल्द ही इंडस्ट्री में अवसर मिल सकें।”
पात्रता : बी.वोक. पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने वाले छात्र को उत्तीर्ण होना चाहिए
1. 10़2 की हायर सैकण्डरी सर्टिफिकेट परीक्षा (पीसीएम के साथ)
2. 10 वीं के बाद 2 साल की आईटीआई
3. पॉलिटेक्निक डिप्लोमा धारकों को बी.वोक. के दूसरे वर्ष में लेटरल एंट्री के लिए योग्य माना जाएगा।
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