काजीपुरा गांव में नहीं रहेगा पेयजल संकट, देवनानी ने किया 2.52 करोड़ की जल प्रदाय योजना का शुभारंभ
अजमेर । अजमेर शहर के आसपास के गांवों मे पेयजल समस्याओं के हल की कड़ी में गुरूवार को एक नाम और जुड़ गया। शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने आज काजीपुरा गांव में 2.52 करोड़ रूपए की जल प्रदाय योजना का शुभारंभ किया। गांव में नयी पानी की टंकी और पाइपलाइनों का कार्य करवाया जा रहा है। लम्बे समय से इस गांव में इन कामों की मांग बनी हुई थी।
काजीपुरा में नयी जल प्रदाय योजना का शुभारंभ करने के पश्चात आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रही है। ग्रामीणों को विभिन्न योजनाओं के तहत राहत प्रदान करने के साथ ही गांवों के विकास के लिए भौतिक संसाधनों और सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक गांव आदर्श रूप से विकसित हो। वहां सड़क, पानी, बिजली, चिकित्सा, शिक्षा सहित तमाम सुविधाएं उपलब्ध हो ताकि गांव के लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
उन्होंने कहा कि अजमेर शहर के आसपास के गांवों में लम्बे समय से पेयजल की समस्या बनी हुई थी। हमने इनके निराकरण के लिए चरणबद्ध रूप से काम किया है। हाथीखेड़ा, अजयसर एवं खरेखड़ी में आजादी के बाद पहली बार घर-घर जलापूर्ति संभव हो पा रही है। इसके लिए 8.9 करोड़ रूपए की राशि खर्च की गई। इसी तरह लोहागल और माकड़वाली गांवों की जल प्रदाय योजनाओं पर भी करोड़ों रूपए खर्च किए जा रहे है। काजीपुरा गांव में भी लम्बे समय से पेयजल की समस्या थी। इसे दूर करने के लिए राज्य सरकार ने 2.52 करोड़ रूपए की योजना मंजूर की है।
देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान लगातार प्रगति कर रहा है। देश के प्रमुख राज्यों में हमारा स्थान है। राज्य सरकार ने जितनी भी जल कल्याणकारी योजनाएं हैं लागू की है। उनसे बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिली है। भामाशाह योजना, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, राजश्री योजना, अन्नपूर्णा, आदर्श व उत्कृष्ट विद्यालय, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान सहित बड़ी संख्या में योजनाएं राजस्थान की तकदीर और तस्वीर बदल रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि ग्रामीणों को उनकी जरूरत की सभी सुविधाएं उनके गांव में ही उपलब्ध हो जाए। शिक्षा विभाग ने कक्षा पहली से बाहरवीं तक की पढ़ाई के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आदर्श विद्यालय स्थापित किए है। इसी तरह आदर्श पी.एच.सी जैसी योजनाएं गांवो में बीमारियों की रोकथाम के लिए क्रान्तिकारी साबित हो रही है। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान ने गांवों और ढ़ाणियों को पेयजल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना दिया है। राजस्थान के विकास की यह यात्रा निरन्तर जारी रहेगी।
इस अवसर पर जिला प्रमुख वंदना नोगिया, अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा, शमशेर सिंह रावत, जयकिशन पारवानी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
काजीपुरा में नयी जल प्रदाय योजना का शुभारंभ करने के पश्चात आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रही है। ग्रामीणों को विभिन्न योजनाओं के तहत राहत प्रदान करने के साथ ही गांवों के विकास के लिए भौतिक संसाधनों और सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक गांव आदर्श रूप से विकसित हो। वहां सड़क, पानी, बिजली, चिकित्सा, शिक्षा सहित तमाम सुविधाएं उपलब्ध हो ताकि गांव के लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
उन्होंने कहा कि अजमेर शहर के आसपास के गांवों में लम्बे समय से पेयजल की समस्या बनी हुई थी। हमने इनके निराकरण के लिए चरणबद्ध रूप से काम किया है। हाथीखेड़ा, अजयसर एवं खरेखड़ी में आजादी के बाद पहली बार घर-घर जलापूर्ति संभव हो पा रही है। इसके लिए 8.9 करोड़ रूपए की राशि खर्च की गई। इसी तरह लोहागल और माकड़वाली गांवों की जल प्रदाय योजनाओं पर भी करोड़ों रूपए खर्च किए जा रहे है। काजीपुरा गांव में भी लम्बे समय से पेयजल की समस्या थी। इसे दूर करने के लिए राज्य सरकार ने 2.52 करोड़ रूपए की योजना मंजूर की है।
देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान लगातार प्रगति कर रहा है। देश के प्रमुख राज्यों में हमारा स्थान है। राज्य सरकार ने जितनी भी जल कल्याणकारी योजनाएं हैं लागू की है। उनसे बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिली है। भामाशाह योजना, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, राजश्री योजना, अन्नपूर्णा, आदर्श व उत्कृष्ट विद्यालय, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान सहित बड़ी संख्या में योजनाएं राजस्थान की तकदीर और तस्वीर बदल रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि ग्रामीणों को उनकी जरूरत की सभी सुविधाएं उनके गांव में ही उपलब्ध हो जाए। शिक्षा विभाग ने कक्षा पहली से बाहरवीं तक की पढ़ाई के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आदर्श विद्यालय स्थापित किए है। इसी तरह आदर्श पी.एच.सी जैसी योजनाएं गांवो में बीमारियों की रोकथाम के लिए क्रान्तिकारी साबित हो रही है। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान ने गांवों और ढ़ाणियों को पेयजल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना दिया है। राजस्थान के विकास की यह यात्रा निरन्तर जारी रहेगी।
इस अवसर पर जिला प्रमुख वंदना नोगिया, अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा, शमशेर सिंह रावत, जयकिशन पारवानी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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