CDS Bipin Rawat Death : ब्लैक बॉक्स से खुलेंगे बिपिन रावत हैलीकॉप्टर क्रैश दुर्घटना के राज
नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में नीलगिरी के पास सेना के एक हैलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत के मामले ने पूरे देश को झंकझोर दिया। इस दुर्घटना के बाद से जहां घटनास्थल पर हैलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स की तलाश में अधिकारियों की टीम वहां लगी थी और तमाम तरह की जांच का दायरा बढ़ाया गया था। वहीं अब सेना के अधिकारियों को इस दिशा में बड़ी सफलता हाथ लगी है। सेना के अधिकारियों ने आज दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का फ्लाइट रेकॉर्डर यानी 'ब्लैक बॉक्स' तलाश कर लिया है।
बुधवार को हुए इस हादसे के बाद से जांच में जुटे सेना के अधिकारियों ने आज जांच में बड़ी सफलता हासिल करते हुए घटनास्थल से कुछ मीटर की दूरी पर पड़े भारतीय वायु सेना के दुर्घटनाग्रस्त हैलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है। इस ब्लैक बॉक्स की मदद से से पर्वतीय क्षेत्र में हुए इस हादसे के पहले के हैलीकॉप्टर में हुए तमाम घटनाक्रम संबंधी अहम जानकारी जुटाई जा सकेगी और यह पता लगाया जा सकेगा कि घटना से ठीक पहले बिपिन रावत की क्या बात हुई थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि दुर्घटना के बाद यह ब्लैक बॉक्स हैलीकॉप्टर से छिटकर दूर जा गिरा होगा।
गौरतलब है कि दुर्घटनाग्रस्त हैलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स की तलाश के लिए इससे पूर्व तलाश का दायरा दुर्घटनास्थल से 300 मीटर की दूरी से बढ़ाकर एक किलोमीटर दूर तक कर दिया गया था, जिसके बाद सेना के अधिकारियों ने आज इस ब्लैक बॉक्स को ढूंढने में सफलता हासिल की है। भारतीय वायु सेना के एमआई-17 वीएच हेलीकॉप्टर के बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त होने और उसमें आग लगने से उसमें सवार 63 वर्षीय बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गई थी। जबकि इस हादसे में केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा है।
क्या होता है ब्लैक बॉक्स और जांच में क्यों है अहम?
ब्लैक बॉक्स को इस दुर्घटना के ठीक पहले के हैलीकॉप्टर में हुए तमाम घटनाक्रम के बारे में जानने के लिए सबसे अहम माना जा रहा है। ब्लैक बॉक्स हैलीकॉप्टर में लगा हुआ एक प्रकार का वॉयस रिकॉर्डर होता है, जिसमें हैलीकॉप्टर में होने वाली सारी बातें रिकॉर्ड होती रहती हैं। दरअसल, हैलीकॉटर का पायलट लगातार कंट्रोल रूम के संपर्क में रहता है और इस दरमियान हैलीकॉप्टर में जो भी बातें होती हैं, वह ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड होती हैं। ऐसे में इस हादसे से पहले हैलीकॉप्टर में क्या बात हुई थी और क्या पायलट ने बताया था, इन सबके बारे में पता लगाने के लिए इस ब्लैक बॉक्स को काफी अहम माना जा रहा है।
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