बॉलीवुड में ड्रग्स की ये कहानी है सदियों पुरानी
सुशांत सिंह मामले में ड्रग एंगल सामने आने के बाद इस मामले में हर दिन बड़े खुलासे होते जा रहे हैं, लेकिन जरा गौर करें तो महसूस किया जा सकता है कि ग्लैमर की चकाचौंध से जगमगाने वाली इस इंडस्ट्री में ड्रग्स का चलन ना तो नया है और ना ही यह सुशांत सिंह मामले के बाद पहली बार सामने आया है। ग्लैमर की इस दुनिया में अक्सर कास्टिंग काउच, लव अफेयर्स, बनते बिगड़ते रिश्तों और ड्रग एडिक्शन जैसे कई बातें सामने आती रही हैं। लेकिन इतना जरूर है कि सुशांत सिंह की मौत के बाद शुरू हुई जांच की आंच अब एक बार फिर से बॉलीवुड में पनपने वाले ड्रग्स के काले कारोबार तक पहुंच गई है और अब इसमें इंडस्ट्री के कई बड़े नाम भी सामने आने की बात कही जा रही है।
बॉलीवुड में नशे के उड़ते धुएं की बात करें तो इसमें कई चर्चित हस्तियों के ड्रग्स की लत होने की खबरें कई बार सामने आ चुकी है, जिनका करियर ही हमेशा के लिए खत्म हो गया। जबकि इनमें से कई सितारों ने इस लत को मात देकर अपने करियर को फिर से बुलंदियों तक पहुंचाया है। ऐसे में ये बात तो साफ है कि बॉलीवुड की इस चमकदार दुनिया में ड्रग्स की ये कहानी, कोई नई नहीं, है सदियों पुरानी। चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ बड़े स्टार्स के बारे में जो बॉलीवुड में अपने ड्रग एडिक्शन की वजह से कभी न कभी चर्चा में रह चुके हैं।
संजय दत्त : संजू बाबा या संजय दत्त बॉलीवुड में एंट्री लेने से पहले से ही ड्रग्स के शिकार हो चुके थे। 1981 में जब कैंसर की वजह से उनकी मां नरगिस की मौत हुई तो वो और इसके शिकार हो गए। 1982 में ड्रग्स रखने के आरोप में उन्हें 5 महीनों की जेल की सजा भी हुई थी। बॉलीवुड में आने के बाद जब उनका करियर का ग्राफ ऊपर चढ़ने लगा तो वो बुरी तरह से इसकी पकड़ में खुद को खपा चुके थे। उन्हें इस आदत से निकालने के लिए उनके पिता सुनील दत्त ने अमेरिका के रिहैब सेंटर में उनका इलाज करवाया। तीन साल बाद 1985 में संजय ने दोबारा फिल्म जान की बाजी से बॉलीवुड में एंट्री ली थी।
फरदीन खान : अपने दौर के सुपरस्टार रहे बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता फिरोज खान के बेटे फरदीन खान को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने घर में कोकीन रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था, जिसके बाद वे करीब 5 दिनों तक हिरासत में रहे थे। हालांकि वर्ष 2012 में सुबूतों के अभाव में उन्हें कोर्ट ने बरी कर दिया था। कहा जाता है कि फरदीन ड्रग्स के इतने आदि हो चुके थे, कि उन्हें डीटोक्सिफिकेशन भी करना पड़ा था।
गीतांजलि नागपाल : हममें से शायद बहुत ही कम लोग गीतांजलि नागपाल के बारे में जानते होंगे। 90 के दशक की मॉडल गीतांजलि जो कि रैंप पर सुष्मिता सेन जैसी प्रतिष्ठित मॉडल्स के साथ कैटवॉक करती नजर आती थी और कई टीवी शो में भी काम कर चुकी थीं। लेकिन ड्रग्स की आदत ने उनका करियर और लाइफ बर्बाद कर दी। उनकी आर्थिक और मानसिक हालत इस कदर खराब थी कि अंतिम दिनों में वो दिल्ली की सड़कों पर भीख मांगते नजर आई थीं।
रणबीर कपूर : बॉलीवुड के चॉकलेट और चार्मिंग एक्टर रणबीर कपूर का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। रणबीर को शूटिंग के दौरान स्मोक करते अकसर देखा जाता है। एक इंटरव्यू में खुद रणबीर ने इस बात को कबूल किया था कि, उन्हें ‘वीड’ यानी की गांजा की आदत हो गई थी। इतना ही नहीं इसका प्रयोग उन्होंने अपनी फिल्म रॉकस्टार के लिए भी किया था, जिससे उनके किरदार को एक रियल लुक मिला था। इस दौरान रणबीर ने यह कबूला था कि स्कूल के दिनों से ही उन्होंने ड्रग्स लेना शुरू किया था और जल्द ही ये उनकी आदत बन गई थी, लेकिन अब रणबीर अपनी इस बुरी लत से छुटकारा पा चुके हैं।
प्रतीक बब्बर : एक्टर राज बब्बर और स्मिता पाटिल के बेटे प्रतीक बब्बर का बॉलीवुड सफर कुछ ज्यादा लंबा और सफल नहीं रहा। प्रतीक नशा मुक्ति केंद्र में कई बार आ-जा चुके हैं। एक समय ऐसा आ गया था जब प्रतीक नशे में अपनी जिंदगी पूरी तरह तबाह कर चुके थे। प्रतीक का कहना था कि फिल्मों का एक के बाद एक फ्लॉप होना और एक्ट्रेस एमी जैक्सन संग रोमांस के विफल होने जैसी बातों ने उन्हें नशे की ओर धकेल दिया था। हालांकि बाद में प्रतीक ने खुद को सुधारते हुए अपनी जिंदगी को फिर से एक नई उड़ान दी और आज वह नशे की आदत को बिल्कुल छोड़ चुके हैं।
धर्मेंद : बॉलीवुड के 'हीमेन' यानि कि धर्मेंद ने फिल्म यमला पगला दिवाना 2 के प्रमोशन के दौरान बताया कि कैसे उनके करियर को ड्रग्स की आदत ने बर्बाद कर डाला था। धर्मेंद्र हमेशा ऑवर लिमिट शराब का सेवन करते थे। लेकिन 2011 से उन्होंने अपने स्वास्थ्य की चिंता कर इस बुरी आदत को छोड़ दिया है।
मनीषा कोइराला का करियर कई बुरी आदतों के कारण खत्म हो गया। बॉलीवुड में सफल कॅरियर के बाद वो ड्रग्स, स्मोकिंग और शराब पीने की आदी को गई थीं। इस कारण उनका वजन भी बढ़ गया था, लेकिन, जब उन्हें कैंसर की बीमारी के बारे में पता चला, तो उन्होंने अपनी सभी बुरी आदतों को छोड़ दिया।
ममता कुलकर्णी : बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी और उनके पति विक्की गोस्वामी का नाम दो हजार करोड़ रुपए के ड्रग्स रैकेट केस में सामने आया था। जनवरी 2016 में वो और उनके पति ने ड्रग तस्करों के साथ केन्या के मोंबासा के एक होटल में मीटिंग की थी। हालांकि ममता इस मामले में लगे आरोपों को बेबुनियाद बताती रही हैं।
ये तो हुई बॉलीवुड स्टार्स की बात, अब बात करते हैं नशे की दुनिया को फिल्मी परदे पर दिखाने वाली कुछ फिल्मों के बारे में, जिनमें ये दिखाया जा चुका है कि नशे की जकड़ में आने के बाद कैसे किसी इंसान की जिंदगी तबाही की ओर बढ़ती चली जाती है। बॉलीवुड हस्तियों में नशे की कहानी की तरह से ही फिल्मों में भी ये कहानी सदियों पुरानी है। पिछले करीब 30 सालों से भारत की फिल्मों में ड्रग्स के कारोबार और ड्रग माफियाओं के बारे में दिखाती रही हैं। इन तीस सालों में ढेर सारी हिंदी फिल्में, टीवी सीरियल्स और वेब सीरीज ड्रग्स और इनके माफियाओं पर बनी हैं। इनमें...
जांबाज : साल 1986 में आई फ़िरोज़ खान की फिल्म जांबाज ने 80 के दशक में देश में फैले ड्रग्स की काली दुनिया की सच्चाई दिखाई थी।
जलवा : साल 1987 में जांबाज के बाद आई नसीरुद्दीन शाह की छोटे बजट की फिल्म जलवा ने गोवा में फैले ड्रग्स कारोबार के विषय को उठाया था।
गूंज : 1989 में जलवा और जांबाज़ के बाद एक और छोटे बजट की फिल्म आई, जिसका नाम था गूंज। इस फिल्म में भी 80 के दशक वाले ड्रग्स कारोबार के बारे में दिखाया गया था।
गुमराह : 1993 में महेश भट्ट और यश जौहर की फिल्म गुमराह आई, जिसकी कहानी में ये दिखाया गया था कि कैसे एक गायिका कोकीन के एक षड़यंत्र फंस जाती है। अंग्रेजी फिल्म बैंकाक हिल्टन का रीमेक इस फिल्म में श्रीदेवी और संजय दत्त के साथ राहुल रॉय ड्रग्स के कारोबारी बने थे।
फैशन : इसके बाद 2008 में कंगना रनौत और प्रियंका चौपड़ा की फिल्म फैशन में ग्लैमर की दुनिया के पर्दे के पीछे की कहानी दिखाई गई थी और ये बताया गया था कि कैसे वो ड्रग्स और पॉलिटिक्स की शिकार बन जाती हैं।
देव डी : 2009 में आई अनुराग कश्यप की फिल्म देव डी मॉडर्न दौर की देवदास थी। फर्क बस इतना था कि देवदास की तरह इसमें हीरो शराब से नहीं, बल्कि ड्रग्स से बर्बाद होता है।
दम मारो दम : साल 2011 में आई फिल्म दम मारो दम में रोहन सिप्पी ने गोवा के ड्रग्स की राजनीति को दिखाया गया था। फिल्म में प्रतीक बब्बर ने एक ड्रग एडिक्ट का रोल निभाया था। इसी साल आई एक और फिल्म शैतान में भी ड्रग्स की कहानी दिखाई गई थी।
गो गोवा गॉन : 2013 में फिल्म गो गोवा गॉन में दिखाया गया था कि गोवा की एक ड्रग्स वाली पार्टी यानी रेव पार्टी कैसे ज़ोंबी पार्टी बन जाती है। फिल्म में सैफ अली खान एक रूसी ड्रग माफिया बने थे।
उड़ता पंजाब : 2016 में आई शाहिद कपूर की फिल्म उड़ता पंजाब में दिखाया गया था कि पंजाब में युवा किस तरह से ड्रग्स के शिकार होते हैं और कैसे फलता फूलता है ड्रग्स का धंधा।
कबीर सिंह : 2019 की सुपरहिट फिल्म कबीर सिंह में शाहिद कपूर एक बार फिर से ड्रग एडिक्ट बने। इस फिल्म की कहानी में दिखाया गया था कि कैसे एक डॉक्टर ड्रग्स का शिकार होकर अपनी ज़िन्दगी बर्बाद कर लेता है।
मलंग : इसी साल यानि 2020 में मोहित सूरी ने एक बार फिर से गोवा और ड्रग्स को दुनिया को अपनी फिल्म मलंग में दिखाया। फिल्म में इसके अभिनेता आदित्य और अभिनेत्री दिशा की एक ड्रग्स की पार्टी में मुलाकात और एक साज़िश का शिकार होने की कहानी दिखाई गई है।
ऐसे में बॉलीवुड की कई नामचीन हस्तियों के नशे की दुनिया से जुड़े होने के साथ ही बॉलीवुड की फिल्मों में भी नशे का उड़ता ये शाह धुआं साफ जताता है कि ग्लैमर की दुनिया में ये कहानी कोई नई नहीं है, बल्कि बॉलीवुड में ड्रग्स की ये कहानी है सदियों पुरानी, जिस पर सुशांत सिंह की मौत और उसमें सामने आए ड्रग कनेक्शन की जानकारी के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पूरी तरह से संजीदा दिखाई दे रहा है। इसके चलते एक्ट्रेस रिया चक्रवती समेत अब तक करीब 10 लोग जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं और जल्द ही कुछ और बड़े नामों का भी खुलासा होने की उम्मीद की जा रही है।
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