चने में आया उखटा रोग, दीमक के कारण सुख रही फसल, चुहे भी नष्ट कर रहे, धरतीपुत्र परेशान
बून्दी । ( राजेन्द्र नागर ) करवर क्षेत्र में इस साल अच्छी बरसात होने से क्षेत्र के किसानों ने बड़ी उम्मीदों के साथ चने की फसल की बुवाई की थी फसल भी अच्छी अंकुरित हुई, लेकिन इन दिनों अचानक फसल में उखटा रोग लगने एवं दीमक के कारण फसल सूखती जा रही है ।
वही चुहे भी पीछे नहीं है। जो फसल को कुतर कर नष्ट कर रहे हैं जिससे धरतीपुत्र परेशान है। किसान सीताराम केसरी, अशोक गुर्जर, राजेश गुर्जर ,अशोक धाकड़, गजेंद्र नागर ने बताया कि इस साल अच्छी बरसात होने से किसानों ने एक महीने पहले खेत खाली होते ही चने की बुवाई की थी फसल भी अच्छी अंकुरित हुई लेकिन पिछले एक पखवाड़े से लगातार मौसम खराब होने बादल होने व फसल में उखटा रोग लगने व दीमक के कारण जहां फसल दिनोंदिन सूख रही है वही चूहे भी फसल को नुकसान पहुंचाने से खेत खाली होते जा रहे हैं ,ऐसे में किसान करे तो क्या करें ।
अब किसानों ने छोटी फसल में ही पानी देना शुरू कर दिया है किसानों की माने तो फसल में पानी देने से जहां दीमक का प्रकोप कम हो जाता है वहीं कुछ हद तक रोग में रोकथाम लग पाती है इसके चलते किसान पानी देने में जुट गए हैं। उधर कृषि विभाग की माने तो फसल सूखने का कारण फसल चक्र नहीं अपनाने, वही किसानों द्वारा बीज उपचार नहीं करके बुवाई करने से यह रोग आने की बात बताई है। वही तापमान की तेजी के चलते दीमक के कारण भी फसल नष्ट होती जा रही है ।
वहीं इस साल चूहों का ज्यादा प्रकोप होने से चूहे भी फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं । अब किसानों के लिए कृषि विभाग रोग उपचार के लिए दवाइयों का इस्तेमाल करने का सुझाव दे रहे हैं ।
किन-किन गांव में है नुकसान करवर। करवर, अरियाली, कल्याणी खेड़ा, बुढ़करवर, कनकपुरा, देवपुरा ,मानी ,केतुदा, कांकरिया, सकतपुरा ,खजूरी, खजूरा, पीपरवाला, अर्जुनपुरा, फटुकड़ा, खेड़ी ,खुरी, शिवदान पुरा, केशवपुरा ,श्रीपुरा, सुंसा, नयागांव, बटावती, जरखोदा, फतेहगंज ,बालापुरा, करीरी, समिधी समेत कई गांव शामिल है।
वही चुहे भी पीछे नहीं है। जो फसल को कुतर कर नष्ट कर रहे हैं जिससे धरतीपुत्र परेशान है। किसान सीताराम केसरी, अशोक गुर्जर, राजेश गुर्जर ,अशोक धाकड़, गजेंद्र नागर ने बताया कि इस साल अच्छी बरसात होने से किसानों ने एक महीने पहले खेत खाली होते ही चने की बुवाई की थी फसल भी अच्छी अंकुरित हुई लेकिन पिछले एक पखवाड़े से लगातार मौसम खराब होने बादल होने व फसल में उखटा रोग लगने व दीमक के कारण जहां फसल दिनोंदिन सूख रही है वही चूहे भी फसल को नुकसान पहुंचाने से खेत खाली होते जा रहे हैं ,ऐसे में किसान करे तो क्या करें ।
अब किसानों ने छोटी फसल में ही पानी देना शुरू कर दिया है किसानों की माने तो फसल में पानी देने से जहां दीमक का प्रकोप कम हो जाता है वहीं कुछ हद तक रोग में रोकथाम लग पाती है इसके चलते किसान पानी देने में जुट गए हैं। उधर कृषि विभाग की माने तो फसल सूखने का कारण फसल चक्र नहीं अपनाने, वही किसानों द्वारा बीज उपचार नहीं करके बुवाई करने से यह रोग आने की बात बताई है। वही तापमान की तेजी के चलते दीमक के कारण भी फसल नष्ट होती जा रही है ।
वहीं इस साल चूहों का ज्यादा प्रकोप होने से चूहे भी फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं । अब किसानों के लिए कृषि विभाग रोग उपचार के लिए दवाइयों का इस्तेमाल करने का सुझाव दे रहे हैं ।
किन-किन गांव में है नुकसान करवर। करवर, अरियाली, कल्याणी खेड़ा, बुढ़करवर, कनकपुरा, देवपुरा ,मानी ,केतुदा, कांकरिया, सकतपुरा ,खजूरी, खजूरा, पीपरवाला, अर्जुनपुरा, फटुकड़ा, खेड़ी ,खुरी, शिवदान पुरा, केशवपुरा ,श्रीपुरा, सुंसा, नयागांव, बटावती, जरखोदा, फतेहगंज ,बालापुरा, करीरी, समिधी समेत कई गांव शामिल है।
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