कलंदरों व मलंगों के हैरतअंगेज करतबों के बीच निकला छड़ियोंं का जुलूस

अजमेर। महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 807वें उर्स का देश के विभिन्न हिस्सों में पैगाम देते आ रहे कलंदर व मलंग गुरुवार को दरगाह पहुंच गए। इन कलंदरों व मलंगों ने हैरतअंगेज करतबों के बीच छड़ियोंं का जुलूस निकाला। गाजेबाजे के साथ निकले जुलूस में बड़ी संख्या में मलंग व कलंदर शामिल हुए।

अलग-अलग प्रदेशों व अखाड़ों के कलंदर व मलंग अलग-अलग रंगों के परचम लिए हुए थे। हिंद का राजा मेरा ख्वाजा के साथ ही दम मदार बेड़ा पार समेत विभिन्न सदाएं ये कलंदर व मलंग लगा रहे थे। ढोल नगाड़े और बैंडवादन जुलूस की रौनक को चार चांद लगा रहे थे।  कुछ मलंग व कलंदर हैरतअंगेज करतब पेश कर रहे थे। कलंदर व मलंगों ने नुकीले हथियारों से आंख का हीरा बाहर निकालना, सिर में तलवार घोंपना, लोहे की रॉड जबान के आर-पार करना और हंटर से पीठ को पीटने समेत विभिन्न हैरतअंगेज करतब पेश किए।