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32वें दिव्यांग—निर्धन सामूहिक विवाह समारोह में एक साथ 52 दिव्यांग जोड़ों की बनाई विवाह बेदी

नई दिल्ली। नई दिल्ली में नारायण सेवा संस्थान ने 32वें दिव्यांग और निर्धन व्यक्तियों के सामूहिक विवाह समारोह का सफल आयोजन किया। इसमें 52 बग्गियां सजाई गई । और दिव्यांग दुल्हनों को बिठाई कर बेदियों तक ले जाया गया। राजौरी गार्डेन में आयोजित इस विवाह समारोह में 52 बेदियां तैयार की गई थीं, जहां पर देश के सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थलों से पहुंचे धर्माचार्यों ने पूरे विधि—विधान व रीति रिवाजों के साथ विवाह उत्सव को संपन्न कराया। यहां पर दुनियाभर से आए भामाशाहों ने नव दंपत्तियों को अपना आशीर्वाद दिया। इस सामूहिक विवाह समारोह में लगभग 3000 मेहमानों ने भाग लिया।

देश के विभिन्न राज्यों से चुने गए यह जोड़े अपने परिजनों के साथ इस दो दिवसीय विवाह समारोह में शामिल हुए। नारायण सेवा संस्थान ने दिल्ली में इन सभी के रहने खाने का पूरा इंतजाम किया था। इसके अलावा विवाह स्थल तक आने जाने के लिए व्यवस्थित वाहनों की भी भी सुविधा दी गई थी।

52 पंडितों ने किया मंत्रों उच्चारण :
विवाह समारोह में 52 पंडितों ने मंत्रोंउच्चारण किया। इसके साथ ही दिव्यांग जोड़ों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जीवन भर एक-दूजे के साथ रहने की कसमें खाईं। दिव्यांगों ने भगवान को साक्षी मानकर अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया। नारायण सेवा संस्थान व दुनियाभर से जुड़े भामाशाहों की ओर इन नव दंपत्तियों को अपने जीवन को नए सिरे से शुरू करने के लिए गृहस्थी के सभी साजो सामान भी प्रदान किए गए। इसके अलावा वधू को श्रृंगार के साजो सामान भी प्रदान कराए गए। इस दौरान तीन दिव्यांगों को ट्राई साइकिल, लगभग आधा दर्जन ईयर मशीन व कैलिपर्स भी दिए गए।

नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने इस सफल आयोजन की खुशी जाहिर करते हुए कहा कि नारायण सेवा संस्थान पिछले 18 वर्षों से दिव्यांगों का विवाह समारोह आयोजित कर रहा है। नारायण सेवा संस्थान ने अब तक 30 से अधिक सामूहिक विवाह कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए हैं। इस दौरान 1300 से अधिक जोड़ों को अपनी नई पारी शुरू करने में मदद की गई है। दिव्यांगों को जीवन साथी खोजने में मदद करनाए उन्हें अपना घर बसाने और जीवन शुरू करने में मदद करने जैसे कार्य लगातार किए जा रहे हैं।

इससे पहले नारायण सेवा संस्थान की वार्षिक पहल का आयोजन राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली जैसे विभिन्न राज्यों में किया गया है। नारायण सेवा संस्थान विशेष रूप से विकलांगों के लिए 1100 बिस्तरों वाला अस्पताल भी चलाता है, जहां बिना किसी खर्च के दैनिक सर्जरी की जाती है। इसके अलावाए संस्थान दिव्यांगों को विभिन्न व्यावसायिक कार्यक्रमों के तहत खास विधाओं में कौशल प्राप्त करने में मदद करता है और उन्हें रोजगार खोजने में भी मदद करता है। नारायण सेवा संस्थान का अपने परिसर में एक कौशल केंद्र है जहाँ फैशन डिजाइनिंग और टेलरिंग कार्य, मोबाइल रिपेयरिंग और कंप्यूटर लर्निंग ट्रेनिंग दिव्यांग युवाओं में काफी लोकप्रिय है।

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