मंत्री भदेल ने किया वन स्टाॅप सेंटर “सखी केन्द्र” का शुभारंभ, उत्पीड़ित एवं निराश्रित महिलाओं मिलेगी सहायता
अजमेर। महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने सोमवार को उत्पीड़ित एवं निराश्रित महिलाओं की सहायता के लिए सखी केंद्र का शुभारंभ किया। भदेल ने हिंसा अथवा उत्पीड़न की शिकार महिला को अविलंब चिकित्सकीय, मनोवैज्ञानिक एवं कानूनी सहायता उपलब्ध कराए जाने के लिए सखी, “वन स्टाप सेंटर’ का शुभारंभ लोक सेवा आयोग के पुराना भवन, भूतल पर स्थित हाॅल में किया।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस केंद्र को और अधिक प्रभावी बनाए जाने की आवश्यकता है। राजस्थान में जयपुर स्थित जयपुरिया चिकित्सालय में प्रथम वन स्टाप सेंटर की आधारशिला रखी गई थी। केंद्र के स्थायी भवन निर्माण के लिए प्रशासनिक स्तर पर प्रभावी कार्यवाही होनी चाहिए। एडीए अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के प्रति काफी संवेदनशील है। इस केंद्र पर आने वाली प्रत्येक पीड़िता को हरसंभव मदद मिले। उपमहापौर संपत सांखला ने कहा कि यह केंद्र राज्य सरकार की बजट घोषणा 2017-18 के अंतर्गत स्थापित हुआ है। एडीएम अबू सूफियान चौहान ने कहा कि विभाग के सभी बाल विकास परियेाजना अधिकारी, महिला पर्यवेक्षक, प्रचेता आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं साथिन के माध्यम से गांव गांव ढाणी ढाणी इसका प्रचार किया जाएगा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राकेश गौरा ने कहा कि केन्द्र पर मानव संसाधान उपलब्ध कराए जाने वाली स्वयंसेवी संस्था एवं अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि केन्द्र पर उपलब्ध होने वाली सेवाओं से जुड़े कार्मिक विषय की पूर्ण जानकारी एवं योग्यता रखे।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस केंद्र को और अधिक प्रभावी बनाए जाने की आवश्यकता है। राजस्थान में जयपुर स्थित जयपुरिया चिकित्सालय में प्रथम वन स्टाप सेंटर की आधारशिला रखी गई थी। केंद्र के स्थायी भवन निर्माण के लिए प्रशासनिक स्तर पर प्रभावी कार्यवाही होनी चाहिए। एडीए अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के प्रति काफी संवेदनशील है। इस केंद्र पर आने वाली प्रत्येक पीड़िता को हरसंभव मदद मिले। उपमहापौर संपत सांखला ने कहा कि यह केंद्र राज्य सरकार की बजट घोषणा 2017-18 के अंतर्गत स्थापित हुआ है। एडीएम अबू सूफियान चौहान ने कहा कि विभाग के सभी बाल विकास परियेाजना अधिकारी, महिला पर्यवेक्षक, प्रचेता आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं साथिन के माध्यम से गांव गांव ढाणी ढाणी इसका प्रचार किया जाएगा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राकेश गौरा ने कहा कि केन्द्र पर मानव संसाधान उपलब्ध कराए जाने वाली स्वयंसेवी संस्था एवं अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि केन्द्र पर उपलब्ध होने वाली सेवाओं से जुड़े कार्मिक विषय की पूर्ण जानकारी एवं योग्यता रखे।
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