अपने मोबाइल नम्बर को घर बैठे ही कीजिए आधार से लिंक, सरकार ने तारीख बढ़ाकर की 31 मार्च, 2018
नई दिल्ली। आधार कार्ड की अनिवार्यता को बढ़ावा देने के क्रम में मोबाईल नम्बर को आधार कार्ड से लिंक कराने के लिए सरकार ने इसकी समय सीमा बढ़ा दी है। इसके तहत अगर अभी तक आपने अपने मोबाइन नम्बर को आधार से लिंक नहीं कराया है तो आप 31 मार्च 2018 तक ऐसा करा सकते हैं। खास बात ये है कि ये काम अब जल्द ही आप घर बैठे ही करा सकते हैं।
जी हां, सरकार सिम कार्ड को आधार से वेरिफाइ करने की प्रक्रिया को आसान करने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, रि-वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को आसान किया जाएगा, जिससे मोबाइल उपभोक्ता घर बैठे ही अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक करा सकते हैं। इसके लिए सरकार वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) और आपके घर पर रि-वेरिफिकेशन की सुविधा दे सकती है। अभी तक मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराने के लिए एनरॉलमेंट सेंटर जाना होता था।
सूत्रों के अनुसार, दूरसंचार आपरेटरों को विकलांग, बीमार या उम्रदराज लोगों को घर पर पुन: सत्यापन की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके अलावा आपरेटरों से वेबसाइट और अन्य माध्यमों से आनलाइन व्यवस्था भी स्थापित करने को कहा गया है, जिससे लोग इस तरह की सेवा के लिए आग्रह भेज सकें।
इसके अलावा मौजूदा मोबाइल ग्राहकों के लिए आधार ओटीपी आधारित पुन: सत्यापन की सुविधा भी शुरू की जाएगी। दूरसंचार आपरेटरों को निर्देश दिया गया है कि वे मोबाइल ग्राहकों के लिए ओटीपी आधारित पुन: सत्यापन की प्रक्रिया शुरू करें। आपरेटरों को इसके लिए एसएमएस या आईवीआरएस या उनके मोबाइल एप का इस्तेमाल करने को कहा गया है।
इसका आशय ये बताया जा रहा है कि यदि एक मोबाइल नंबर आधार डेटाबेस में पंजीकृत है, तो ओटीपी तरीके का इस्तेमाल उस नंबर के पुन: सत्यापन के अलावा संबंधित ग्राहक के अन्य नंबरों के सत्यापन के लिए भी किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, करीब 50 करोड़ मोबाइल नंबर पहले ही आधार डेटाबेस में रजिस्टर्ड हैं। इन सभी मामलों में पुन: सत्यापन के लिए ओटीपी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
जी हां, सरकार सिम कार्ड को आधार से वेरिफाइ करने की प्रक्रिया को आसान करने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, रि-वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को आसान किया जाएगा, जिससे मोबाइल उपभोक्ता घर बैठे ही अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक करा सकते हैं। इसके लिए सरकार वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) और आपके घर पर रि-वेरिफिकेशन की सुविधा दे सकती है। अभी तक मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराने के लिए एनरॉलमेंट सेंटर जाना होता था।
सूत्रों के अनुसार, दूरसंचार आपरेटरों को विकलांग, बीमार या उम्रदराज लोगों को घर पर पुन: सत्यापन की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके अलावा आपरेटरों से वेबसाइट और अन्य माध्यमों से आनलाइन व्यवस्था भी स्थापित करने को कहा गया है, जिससे लोग इस तरह की सेवा के लिए आग्रह भेज सकें।
इसके अलावा मौजूदा मोबाइल ग्राहकों के लिए आधार ओटीपी आधारित पुन: सत्यापन की सुविधा भी शुरू की जाएगी। दूरसंचार आपरेटरों को निर्देश दिया गया है कि वे मोबाइल ग्राहकों के लिए ओटीपी आधारित पुन: सत्यापन की प्रक्रिया शुरू करें। आपरेटरों को इसके लिए एसएमएस या आईवीआरएस या उनके मोबाइल एप का इस्तेमाल करने को कहा गया है।
इसका आशय ये बताया जा रहा है कि यदि एक मोबाइल नंबर आधार डेटाबेस में पंजीकृत है, तो ओटीपी तरीके का इस्तेमाल उस नंबर के पुन: सत्यापन के अलावा संबंधित ग्राहक के अन्य नंबरों के सत्यापन के लिए भी किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, करीब 50 करोड़ मोबाइल नंबर पहले ही आधार डेटाबेस में रजिस्टर्ड हैं। इन सभी मामलों में पुन: सत्यापन के लिए ओटीपी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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