जन्मजात दिल की बीमारी से ग्राम कादेड़ा के राधेश्याम को मिला उपचार
अजमेर। जन्मजात गंभीर रोगों से पीड़ित स्कूली बच्चों का राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आर.बी.एस.के अन्तर्गत मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, अजमेर में ही उपचार होने लगा है। ग्राम कादेड़ा, केकड़ी स्थित जी.पी. विद्यापीठ स्कूल का छात्र 12 वर्षीय राधेश्याम ऐसा ही एक किशोर है जिसे आरबीएसके योजना में निःशुल्क उपचार के बाद मंगलवार को छुट्टी दे दी गई। मित्तल हाॅस्पिटल के हार्ट एवं वास्कुलर सर्जन डाॅ. सूर्य ने राधेश्याम का सफल आॅपरेशन किया। राधेश्याम को जन्मजात दिल की तकलीफ से निःशुल्क मुक्ति मिल गई।
डाॅ. सूर्य ने बताया कि ऐसा फैफड़े की तरफ जाने वाली खून की नली के मध्य वाल्व में सिकुड़न होने से था इससे बच्चे के दिल का दायां हिस्सा बड़ा होने लगा था। उन्होंने बताया कि सर्जरी के बाद बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है।
जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. के के सोनी, जिला शिशु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रामलाल चौधरी, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम समन्वयक दीपिका विजय, जय अम्बे नवयुवक सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष एडवोकेट राजेश टण्डन, निदेशक सुनील मित्तल, वाइस प्रेसीडेंट श्याम सोमानी ने मित्तल हाॅस्पिटल से स्वस्थ होकर घर जाते मरीज राधेश्याम और उसके पिता सीताराम को शुभकामनाएं दीं।
डाॅ. सूर्य ने बताया कि ऐसा फैफड़े की तरफ जाने वाली खून की नली के मध्य वाल्व में सिकुड़न होने से था इससे बच्चे के दिल का दायां हिस्सा बड़ा होने लगा था। उन्होंने बताया कि सर्जरी के बाद बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है।
जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. के के सोनी, जिला शिशु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रामलाल चौधरी, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम समन्वयक दीपिका विजय, जय अम्बे नवयुवक सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष एडवोकेट राजेश टण्डन, निदेशक सुनील मित्तल, वाइस प्रेसीडेंट श्याम सोमानी ने मित्तल हाॅस्पिटल से स्वस्थ होकर घर जाते मरीज राधेश्याम और उसके पिता सीताराम को शुभकामनाएं दीं।
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