बांसवाड़ा में धार्मिक स्थल को लेकर उपजा विवाद, पथराव और आगजनी के बाद लगा कर्फ्यू
बांसवाड़ा। बांसवाड़ा शहर में बीती रात दो पक्षों के बीच हुए विवाद के बाद आज दिन में हालात बेकाबू हो जाने के बाद शहर के कालिका माता-खटवाड़ा क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस दौश्रान यहां की स्थिति तनावपूर्ण लेकिन, नियंत्रण में बताई जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर आस-पास के पुलिस थानों से अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया है। साथ ही पुलिस एवं प्रशासन के उच्चाधिकारी भी मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
जानकारी के अनुसार शहर के कालिका माता खटवाड़ा इलाके में डेगली चोक सिथत क मंदिर के 1998 से चल रहे विवाद को लेकर कुछ रोज पहले पुलिस एवं समाज के लोगों के साथ मीटिंग हुई थी, जिसमे पुलिस ने खुद इस मसले को निपटाने की बात की थी। लेकिन बीती रात इस मामले ने फिर से तूल पकड़ लिया और बात यहां तक बढ़ गई कि दोनों पक्षों के बीच जमकर विवाद हुआ। इसके बाद दोनों ओर से पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस दौरान आगजनी भी की गई, जिससे दो घरों को आग के हवाले कर दिया गया और बाइक तथा कार को भी आग लगा दी गई।
हालात को बेकाबू होता देख पुलिस ने आसू गेस के गोले छोड़े और धारा 144 लगा दी गई, लेकिन प्रशासन की यह कवायद बेअसर रही। आज सुबह एक बार फिर से एक विशेष समुदाय के लोग हाथों मे तलवारें लेकर सड़कों पर उतर आये और पथराव शुरू कर दिया, जिससे चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। इसके चलते छोटे बड़े एवं बुजुर्ग लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और फिलहाल यहां हालात बेकाबू लेकिन नियंत्रण में बताए जा रहे हैं।
दरअसल, ये पूरा वाकया एक धार्मिक स्थल को लेकर हुआ, जिस पर विवाद के बाद ये मामला पथराव, आगजनी और गुंण्डागर्दी मे तब्दील हो गया। इलाके के पास ही वन विभाग की पह़ाड़ी भी है, जिस पर चढ़कर लोगों ने पथराव किया। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन की ओर से मशक्कत की जा रही है और उच्चाधिकारी भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
जानकारी के अनुसार शहर के कालिका माता खटवाड़ा इलाके में डेगली चोक सिथत क मंदिर के 1998 से चल रहे विवाद को लेकर कुछ रोज पहले पुलिस एवं समाज के लोगों के साथ मीटिंग हुई थी, जिसमे पुलिस ने खुद इस मसले को निपटाने की बात की थी। लेकिन बीती रात इस मामले ने फिर से तूल पकड़ लिया और बात यहां तक बढ़ गई कि दोनों पक्षों के बीच जमकर विवाद हुआ। इसके बाद दोनों ओर से पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस दौरान आगजनी भी की गई, जिससे दो घरों को आग के हवाले कर दिया गया और बाइक तथा कार को भी आग लगा दी गई।
हालात को बेकाबू होता देख पुलिस ने आसू गेस के गोले छोड़े और धारा 144 लगा दी गई, लेकिन प्रशासन की यह कवायद बेअसर रही। आज सुबह एक बार फिर से एक विशेष समुदाय के लोग हाथों मे तलवारें लेकर सड़कों पर उतर आये और पथराव शुरू कर दिया, जिससे चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। इसके चलते छोटे बड़े एवं बुजुर्ग लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और फिलहाल यहां हालात बेकाबू लेकिन नियंत्रण में बताए जा रहे हैं।
दरअसल, ये पूरा वाकया एक धार्मिक स्थल को लेकर हुआ, जिस पर विवाद के बाद ये मामला पथराव, आगजनी और गुंण्डागर्दी मे तब्दील हो गया। इलाके के पास ही वन विभाग की पह़ाड़ी भी है, जिस पर चढ़कर लोगों ने पथराव किया। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन की ओर से मशक्कत की जा रही है और उच्चाधिकारी भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

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