VIDEO : चंद पलों में धराशाही हो गया नोएडा का ट्विन टॉवर्स, कई मीटर तक फैला धूल का गुबार
नई दिल्ली। नोएडा में सुपरटेक के करीब 800 करोड़ के 97 मीटर ऊंचे अवैध ट्विन टावर को आज विस्फोटक के जरिये ध्वस्त कर दिया गया है। ट्विन टावर में बने दो बहुमंजिला इमारतों में एक 34 मंजिला और एक 32 मंजिला इमारत थी, जबकि ऐसा भी अंदेशा था कि अगर समय से कोर्ट का आदेश नहीं आता तो बिल्डर इन टावरों को 40 मंजिल तक बना डालता।
भ्रष्टाचार की बुनियाद पर खड़ी इस गगनचुंबी इमारत का निर्माण सभी नियमों को ताक पर रखकर किया गया था, वहीं इसके खिलाफ एमराल्ड कोर्ट के खरीददारों ने अपने खर्च पर एक लंबी लड़ाई भी लड़ी। सालों चली इस लम्बी लड़ाई के बाद यह गगनचुंबी इमारत महज 8 सैकंड में जमींदोज हो गई और अब इतिहास में सिमटकर रह गई है।
देश में पहली बार ट्विन टावर में बनी इतनी ऊंची इमारत को ढहाया गया। दोनों इमारतों को गिराने के लिए 7000 हॉल्स में 3,700 किलोग्राम विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया। सुपरटेक ट्विन टावर्स को गिराने में करीब 17.55 करोड रुपये का खर्च आने का अनुमान है।
टावर्स को गिराने का यह खर्च भी बिल्डर कंपनी सुपरटेक ही वहन करेगी। ध्वस्तीकरण वाले इलाके में NDRF की टीम, करीब 800 पुलिसकर्मी, 100 लोग रिजर्व फोर्स के और चार क्विक रिस्पांस टीम भी तैनात किए गए। इसके साथ ही एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया, वहीं करीब एक घंटे से ज्यादा के लिए नोएडा एक्सप्रेसवे को भी बंद रखा गया।
ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण बाद यहां से उठने वाले धूल के गुबार को देखते हुए यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ट्विन टावर के आसपास छह से अधिक अस्थायी मशीनों को लगाया है। इनकी मदद से टीम 31 अगस्त तक वायु प्रदूषण पर निगरानी रखेगी। रोजाना दस बजे वायु प्रदूषण के आंकड़े जारी किए जाएंगे। साथ ही अन्य मशीनों से भी वायु गुणवत्ता सूचकांक देखा जाएगा। फ़िलहाल यहां धूल को कम करने के लिए लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है। धुंध छंटने के बाद विशेषज्ञों की टीम नुकसान का आंकलन करेगी।
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