महारानी गायत्री देवी की 100वीं जन्म शताब्दी पर होंगे कई आयोजन
जयपुर। महारानी गायत्री देवी की 100वीं जन्म शताब्दी पर उनके पौत्र महाराज देवराज सिंह, पोती राजकुमारी लालित्य कुमारी और महारानी गायत्री देवी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा शताब्दी वर्ष में अनेक आयोजन करवाए जाएंगे। 23 मई 2019 को राजमाता गायत्री देवी के जन्मदिवस से शुरू होने वाले स्मरणोत्सव के तहत अगले साल 23 मई 2020 तक कई आयोजन किए जाएंगे। गौरतलब है कि महारानी गायत्री देवी की जयपुर एवं जयपुरवासियों के प्रति गहन प्रतिबद्धता, लगाव एवं प्रेम रहा है।
महारानी गायत्री देवी के पोते महाराज देवराज सिंह ने बताया कि राजमाता का सम्पूर्ण जीवन जयपुर की समृद्धि, सुंदरता और विकास के लिए समर्पित रहा है। प्रत्येक शहरवासी से भी उनकी यही अपेक्षा रही है कि वे जयपुर को दुनियां का हरा भरा, स्वच्छ, सुंदर और सर्वश्रेष्ठ शहर बनाने में भरपूर योगदान दें।
राजमाता गायत्री देवी की बहू राजकुमारी प्रियानंदना रैंगिस्त ने कहा कि 23 मई को स्मरणोत्सव का आरंभ जयपुर के आराध्य देवजी मंदिर में होगा, जहां उनकी जन्म शताब्दी पर लोग प्रार्थना और भजन के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद 7 दिवसीय लंबी 'ए जर्नी टू द हार्टस ऑफ पीपल' विषय पर महारानी गायत्री देवी की जीवन यात्रा को दर्शाने वाली फोटो प्रदर्शनी 26 मई को बीएम बिड़ला ऑडिटोरियम में लगाई जाएगी और 27 मई से 2 जून तक जेएलएन मार्ग स्थित कलानेरी आर्ट गैलरी में प्रदर्शित की जाएगी। प्रदर्शनी में सभी के लिए प्रवेश मुफ्त रखा जाएगा और प्रदर्शनी में आने वाले दर्शक इन चित्रों के माध्यम से महारानी गायत्री देवी की जीवन यात्रा देख सकेंगेें।
आयोजन सचिव मुकेश मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि इन आयोजनों के बाद एक पुरस्कार समारोह का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें महारानी गायत्री देवी चैरिटेबल ट्रस्ट पहली बार सम्मान और बढ़ावा देगा, जो उनकी दृष्टि में जयपुर शहर को पर्यावरण या सामाजिक रूप से समृद्धि प्रदान करने वाले किसी चैंपियन व्यक्ति या संगठन के हो। पुरस्कार में एक पदक और 1 लाख रुपए दिए जाएंगे।
महारानी गायत्री देवी के पोते महाराज देवराज सिंह ने बताया कि राजमाता का सम्पूर्ण जीवन जयपुर की समृद्धि, सुंदरता और विकास के लिए समर्पित रहा है। प्रत्येक शहरवासी से भी उनकी यही अपेक्षा रही है कि वे जयपुर को दुनियां का हरा भरा, स्वच्छ, सुंदर और सर्वश्रेष्ठ शहर बनाने में भरपूर योगदान दें।
राजमाता गायत्री देवी की बहू राजकुमारी प्रियानंदना रैंगिस्त ने कहा कि 23 मई को स्मरणोत्सव का आरंभ जयपुर के आराध्य देवजी मंदिर में होगा, जहां उनकी जन्म शताब्दी पर लोग प्रार्थना और भजन के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद 7 दिवसीय लंबी 'ए जर्नी टू द हार्टस ऑफ पीपल' विषय पर महारानी गायत्री देवी की जीवन यात्रा को दर्शाने वाली फोटो प्रदर्शनी 26 मई को बीएम बिड़ला ऑडिटोरियम में लगाई जाएगी और 27 मई से 2 जून तक जेएलएन मार्ग स्थित कलानेरी आर्ट गैलरी में प्रदर्शित की जाएगी। प्रदर्शनी में सभी के लिए प्रवेश मुफ्त रखा जाएगा और प्रदर्शनी में आने वाले दर्शक इन चित्रों के माध्यम से महारानी गायत्री देवी की जीवन यात्रा देख सकेंगेें।
आयोजन सचिव मुकेश मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि इन आयोजनों के बाद एक पुरस्कार समारोह का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें महारानी गायत्री देवी चैरिटेबल ट्रस्ट पहली बार सम्मान और बढ़ावा देगा, जो उनकी दृष्टि में जयपुर शहर को पर्यावरण या सामाजिक रूप से समृद्धि प्रदान करने वाले किसी चैंपियन व्यक्ति या संगठन के हो। पुरस्कार में एक पदक और 1 लाख रुपए दिए जाएंगे।
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