VIDEO : क्या आप जानते हैं किसके पास है आपकी तकदीर की तिजोरी पर लगे ताले की चाबी?
एक कहावत आपने जरूर सुनी होगी, जिसमें कहा जाता है कि 'बाप बड़ा न भइया... सबसे बड़ा रुपइया' यानि कि 'बिन धन सब सून'.... आज के समय में तो ये कहावत लोगों पर बिल्कुल ठीक फीट भी होती है। होगी क्यों नहीं साहब, आप, ये, वो, हम, सब इस रुपइया के पीछे ही तो भाग रहे हैं। लेकिन साहब ये रुपइया सिर्फ भागने से कहां मिलने वाला है, इसे पाने के लिए जी तोड़ मेहनत भी करनी पड़ती है। हां, ये अलग बात है कि कई लोग 'जी हुजूरी' वाले अपने नायाब तरीके से भी इसे पाने में काफी हद तक कामयाब हो जाते हैं, जबकि कई मेहनत करने वाले इस रुपइये के पीछे भागते ही रहते हैं, लेकिन रुपइया है कि 'भाव भारी'
ऐसे लोगों के लिए भी एक नायाब नुस्खा है, जो खुद ऊपर वाले परमात्मा ही धरती पर भेजा है, खास ऐसे लोगों की मदद के लिए। और भगवान का बनाया ये समाज भले ही खुद कैसे भी अपनी जिंदगी बसर करे, लेकिन लोगों को दुआएं और आर्शीवाद बांटता रहता है। और इसका यही आर्शीवाद एक फकीर को भी बरकत देकर धनवान बनाने का माद्दा रखता है। धरती पर भगवान के आर्शीवाद को थर्ड जेंडर यानि किन्नर के नाम से जाना जाता है।
कहते हैं किसी भी किन्नर के आर्शीवाद से लोगों को बरकत और नैमत मिलती है, लेकिन इससे भी खास बात है कि अगर आप बुधवार के दिन किसी किन्नरों से 1 रुपए का प्राप्त कर लेते हैं, तो समझ लीजिए कि ये 1 रुपए का सिक्का आपकी तकदीर की तिजोरी पर लगे ताले की चाबी है। अगर बुधवार के दिन कोई किन्नर आपको 1 रुपए का सिक्का देते हैं तो इसका मतलब है कि आपकी तरक्की सुनिश्चित है और आपको धनवान बनने से कोई नहीं रोक सकता। वैसे ऐसा बहुत कम और ना के बराबर ही होता है कि किसी को किसी किन्नर से बुधवार के दिन 1 रुपए का सिक्का मिल जाए, क्योंकि खुद किन्नर भी इस बात को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं।
अगर आप धन की कमी से जूझ रहे हैं और पैसों की समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो, किसी किन्नर से 1 रुपए का सिक्का वापस मांग लें और अगर वो किन्नर अपनी खुशी से आपको एक सिक्का दे दे तो उस सिक्के को हरे कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में या फिर अपने पर्स में रख लें. किन्नर का पैसा पास रखने से धन की प्राप्ति होती है और धन से जुड़ी सारी परेशानियां दूर होने लगती है.
अब इस वीडियो को देखने के बाद यकीनन कई बुडबक ऐसे भी हो सकते हैं, जो किन्नरों की तलाश में निकल जाए और उनसे बुधवार के दिन 1 रुपए का सिक्का लेने का प्रयास करने लगें, लेकिन जनाब जरा सोचिए कि आपकी खुशकिस्मती से अगर आपको ये 1 रुपए का सिक्का मिल भी गया तो क्या सिर्फ इसी से आप धनवान बन जाएंगे। शायद नहीं, वो इसलिए क्योंकि, दोस्तों किसी की दुआ तो रंग लाती ही है, लेकिन जरूरत है कि उस दुआ और आर्शीवाद के साथ–साथ आप सही दिशा में मेहनत भी करें.... और यही कारण है कि जब मेहनत और दुआ दोनों जब एक साथ काम करती है, तो हर समस्या को खत्म करके जिंदगी में खुशियों से भर जाती है.
ऐसे लोगों के लिए भी एक नायाब नुस्खा है, जो खुद ऊपर वाले परमात्मा ही धरती पर भेजा है, खास ऐसे लोगों की मदद के लिए। और भगवान का बनाया ये समाज भले ही खुद कैसे भी अपनी जिंदगी बसर करे, लेकिन लोगों को दुआएं और आर्शीवाद बांटता रहता है। और इसका यही आर्शीवाद एक फकीर को भी बरकत देकर धनवान बनाने का माद्दा रखता है। धरती पर भगवान के आर्शीवाद को थर्ड जेंडर यानि किन्नर के नाम से जाना जाता है।
कहते हैं किसी भी किन्नर के आर्शीवाद से लोगों को बरकत और नैमत मिलती है, लेकिन इससे भी खास बात है कि अगर आप बुधवार के दिन किसी किन्नरों से 1 रुपए का प्राप्त कर लेते हैं, तो समझ लीजिए कि ये 1 रुपए का सिक्का आपकी तकदीर की तिजोरी पर लगे ताले की चाबी है। अगर बुधवार के दिन कोई किन्नर आपको 1 रुपए का सिक्का देते हैं तो इसका मतलब है कि आपकी तरक्की सुनिश्चित है और आपको धनवान बनने से कोई नहीं रोक सकता। वैसे ऐसा बहुत कम और ना के बराबर ही होता है कि किसी को किसी किन्नर से बुधवार के दिन 1 रुपए का सिक्का मिल जाए, क्योंकि खुद किन्नर भी इस बात को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं।
अगर आप धन की कमी से जूझ रहे हैं और पैसों की समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो, किसी किन्नर से 1 रुपए का सिक्का वापस मांग लें और अगर वो किन्नर अपनी खुशी से आपको एक सिक्का दे दे तो उस सिक्के को हरे कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में या फिर अपने पर्स में रख लें. किन्नर का पैसा पास रखने से धन की प्राप्ति होती है और धन से जुड़ी सारी परेशानियां दूर होने लगती है.
अब इस वीडियो को देखने के बाद यकीनन कई बुडबक ऐसे भी हो सकते हैं, जो किन्नरों की तलाश में निकल जाए और उनसे बुधवार के दिन 1 रुपए का सिक्का लेने का प्रयास करने लगें, लेकिन जनाब जरा सोचिए कि आपकी खुशकिस्मती से अगर आपको ये 1 रुपए का सिक्का मिल भी गया तो क्या सिर्फ इसी से आप धनवान बन जाएंगे। शायद नहीं, वो इसलिए क्योंकि, दोस्तों किसी की दुआ तो रंग लाती ही है, लेकिन जरूरत है कि उस दुआ और आर्शीवाद के साथ–साथ आप सही दिशा में मेहनत भी करें.... और यही कारण है कि जब मेहनत और दुआ दोनों जब एक साथ काम करती है, तो हर समस्या को खत्म करके जिंदगी में खुशियों से भर जाती है.
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