राजस्थान विधानसभा में है भूतों का साया! मुख्यमंत्री से की पूजा-पाठ कराने की मांग
जयपुर। अक्सर आपने भूत-प्रेत के बारे में कहानी किस्सों में सुना होगा या फिर किसी हॉरर फिल्म में ऐसा होते देखा होगा। इसके अलावा कई बार हकीकत में भी कुछ किस्से ऐसे सुने होंगे, जिनसे भूत-प्रेत जैसा कुछ होने के प्रमाण मिलते हैं। लेकिन अगर आपसे कहा जाए कि राजस्थान की विधानसभा में भी भूतों का साया है, तो शायद ही आप इस बात पर यकीन कर पाएं।
जी हां, ऐसा ही कुछ आज विधानसभा में सुनने को मिला है, जिसके अनुसार विधानसभा परिसर में भूतोंं का साया होने की चर्चाएं हैं। और तो और, कई विधायक भी प्रेतात्माओं का जिक्र कर रहे हैं। राजस्थान सरकार में मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने भी माना कि दूसरा शरीर नहीं मिलने के चलते कुछ आत्माएं भटकती है और विधानसभा में पूजा-पाठ और शुद्धिकरण करा लिया जाए तो ठीक रहेगा।
दरअसल, राजस्थान की मौजूदा 14वीं विधानसभा के अब तक के 4 साल के कार्यकाल के दौरान दो विधायकों की मौत हो जाने के बाद कई विधायकों के मन में ऐसी बातें उठने लगी है। पूर्व में भाजपा विधायक हबीबुर्रहमान द्वारा कही गई बात के बाद अब सरकारी मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि प्रेत आत्माएं होती है और विधानसभा भवन परिसर में भी इसका साया है।
कालूलाल गुर्जर ने कहा कि, जहां तक मैं समझता हूं कि सरकार अगर एक बार यहां कोई पूजा-पाठ और शुद्धिकरण करा ले तो ऐसा कोई दोष है तो वो मिट सकता है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि अधिकतर जो लोग ऐसी बातें करते हैं, वो लगभग झूठी होती है, लेकिन उन्होंने ये कहा कि, मेरा तो ये मानना है कि कई आत्माएं ऐसी भी होती है जो अगले जन्म में कोई शरीर धारण नहीं करती है तो किसी कारणों से वे यहीं भटक रही होती है।
गुर्जर ने कहा कि ऐसे में विधानसभा भवन परिसर के बारे में कही जाने वाली बातों एवं धारणाओं में कुछ सच्चाई हो सकती है। मुख्य सचेतक ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने भी अन्य विधायकों के साथ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से विधानसभा परिसर में पूजा-पाठ, हवन अथवा शुद्धिकरण जैसा कोई धार्मिक अनुष्ठान कराया जाना चाहिए, ताकि अगर विधानसभा में ऐसा कोई दोष हो तो उसे ठीक किया जा सके।
जी हां, ऐसा ही कुछ आज विधानसभा में सुनने को मिला है, जिसके अनुसार विधानसभा परिसर में भूतोंं का साया होने की चर्चाएं हैं। और तो और, कई विधायक भी प्रेतात्माओं का जिक्र कर रहे हैं। राजस्थान सरकार में मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने भी माना कि दूसरा शरीर नहीं मिलने के चलते कुछ आत्माएं भटकती है और विधानसभा में पूजा-पाठ और शुद्धिकरण करा लिया जाए तो ठीक रहेगा।
दरअसल, राजस्थान की मौजूदा 14वीं विधानसभा के अब तक के 4 साल के कार्यकाल के दौरान दो विधायकों की मौत हो जाने के बाद कई विधायकों के मन में ऐसी बातें उठने लगी है। पूर्व में भाजपा विधायक हबीबुर्रहमान द्वारा कही गई बात के बाद अब सरकारी मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि प्रेत आत्माएं होती है और विधानसभा भवन परिसर में भी इसका साया है।
कालूलाल गुर्जर ने कहा कि, जहां तक मैं समझता हूं कि सरकार अगर एक बार यहां कोई पूजा-पाठ और शुद्धिकरण करा ले तो ऐसा कोई दोष है तो वो मिट सकता है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि अधिकतर जो लोग ऐसी बातें करते हैं, वो लगभग झूठी होती है, लेकिन उन्होंने ये कहा कि, मेरा तो ये मानना है कि कई आत्माएं ऐसी भी होती है जो अगले जन्म में कोई शरीर धारण नहीं करती है तो किसी कारणों से वे यहीं भटक रही होती है।
गुर्जर ने कहा कि ऐसे में विधानसभा भवन परिसर के बारे में कही जाने वाली बातों एवं धारणाओं में कुछ सच्चाई हो सकती है। मुख्य सचेतक ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने भी अन्य विधायकों के साथ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से विधानसभा परिसर में पूजा-पाठ, हवन अथवा शुद्धिकरण जैसा कोई धार्मिक अनुष्ठान कराया जाना चाहिए, ताकि अगर विधानसभा में ऐसा कोई दोष हो तो उसे ठीक किया जा सके।

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