किशनगढ़ से हवाई यात्रा का दशकों पुराना सपना हुआ साकार, जानिए कैसा है अपना किशनगढ़ एयरपोर्ट
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे एवं केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयन्त सिन्हा ने बुधवार को अजमेर के किशनगढ़ में 145 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किए गए आधुनिक सुविधाओं से युक्त एयरपोर्ट का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए राजे ने कहा कि आज किशनगढ़ व अजमेर के साथ-साथ पूरे प्रदेशवासियों का पांच दशकों पुराना सपना साकार हुआ है। यह सपना मैंने अपने पिछले कार्यकाल में देखा था और आज यह हकीकत में बदल गया है। अजमेर जिले के लोगों का 57 साल लम्बा इन्तजार खत्म हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एयरपोर्ट के शुरू होने से किशनगढ़ के विश्वविख्यात मार्बल उद्योग को गति मिलेगी। साथ ही देश-विदेश से धार्मिक नगरी पुष्कर और ख्वाजा साहब की दरगाह आने वाले श्रद्धालुओं—जायरीनों को सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं, उन्होंने 2013 में चुनाव से पहले सिर्फ पत्थर लगाने का काम किया, लेकिन इसके बाद कोई काम नहीं हुआ। हम पत्थर लगाकर छोड़ नहीं देते हैं, बल्कि काम पूरा कर जनता को समर्पित करते हैं।
राजे ने कहा कि सिर्फ किशनगढ़ ही अकेला उदाहरण नहीं है। झालावाड़ की परवन सिंचाई योजना और बाड़मेर रिफाईनरी के नाम पर भी पत्थर लगाने का काम ही हुआ। अब हम इसे हकीकत में बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने रिफाईनरी के नाम पर चार साल निकाल दिये और चुनाव से पहले 56 हजार करोड़ रुपए का एमओयू कर प्रदेश की जनता पर कर्ज का बोझ लादने की पूरी तैयारी कर ली। अब हम अपनी शर्ताें पर रिफाइनरी लगाने जा रहे हैं। इसमें प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई के 40 हजार करोड़ रुपए हमने बचाये हैं।
वहीं समारोह में मौजूद केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयन्त सिन्हा ने किशनगढ़ एयरपोर्ट के शुभारम्भ की बधाई दी और कहा कि यह मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के निरन्तर प्रयासों और उनकी मेहनत से ही संभव हो सका है। राजस्थान में राज्य सरकार के सहयोग से बीकानेर, कोटा और जैसलमेर को हवाई सेवा से जोड़ा गया है। अब इस कड़ी में किशनगढ़ का नाम भी जुड़ने जा रहा है। उन्होंने कहा कि तकनीकी सर्वे और परीक्षण के बाद जल्द ही यहां से दिल्ली के लिए फ्लाइट शुरू हो जाएगी।
कैसा है किशनगढ़ में नवनिर्मित एयरपोर्ट :
किशनगढ़ में बने इस एयरपोर्ट का रन-वे दो किलोमीटर लंबा है और इसकी टर्मिनल बिल्डिंग की क्षमता 150 यात्रियों की है। यहां रेनवाटर हारवेस्टिंग स्ट्रक्चर, एसटीपी, एलईडी लाइटिंग सिस्टम, फायर अलार्म सिस्टम, केन्द्रीयकृत पेयजल सुविधा, पैसेंजर लिफ्ट, रेस्टोरेन्ट जैसी सुविधाओं के साथ-साथ 6 चैक-इन-काउन्टर भी स्थापित किए गए हैं। यात्री एयरपोर्ट तक आसानी से पहुंच सके, इसके लिए एनएच-8 से टर्मिनल बिल्डिंग तक फोरलेन सड़क बनाई गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एयरपोर्ट के शुरू होने से किशनगढ़ के विश्वविख्यात मार्बल उद्योग को गति मिलेगी। साथ ही देश-विदेश से धार्मिक नगरी पुष्कर और ख्वाजा साहब की दरगाह आने वाले श्रद्धालुओं—जायरीनों को सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं, उन्होंने 2013 में चुनाव से पहले सिर्फ पत्थर लगाने का काम किया, लेकिन इसके बाद कोई काम नहीं हुआ। हम पत्थर लगाकर छोड़ नहीं देते हैं, बल्कि काम पूरा कर जनता को समर्पित करते हैं।
राजे ने कहा कि सिर्फ किशनगढ़ ही अकेला उदाहरण नहीं है। झालावाड़ की परवन सिंचाई योजना और बाड़मेर रिफाईनरी के नाम पर भी पत्थर लगाने का काम ही हुआ। अब हम इसे हकीकत में बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने रिफाईनरी के नाम पर चार साल निकाल दिये और चुनाव से पहले 56 हजार करोड़ रुपए का एमओयू कर प्रदेश की जनता पर कर्ज का बोझ लादने की पूरी तैयारी कर ली। अब हम अपनी शर्ताें पर रिफाइनरी लगाने जा रहे हैं। इसमें प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई के 40 हजार करोड़ रुपए हमने बचाये हैं।
वहीं समारोह में मौजूद केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयन्त सिन्हा ने किशनगढ़ एयरपोर्ट के शुभारम्भ की बधाई दी और कहा कि यह मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के निरन्तर प्रयासों और उनकी मेहनत से ही संभव हो सका है। राजस्थान में राज्य सरकार के सहयोग से बीकानेर, कोटा और जैसलमेर को हवाई सेवा से जोड़ा गया है। अब इस कड़ी में किशनगढ़ का नाम भी जुड़ने जा रहा है। उन्होंने कहा कि तकनीकी सर्वे और परीक्षण के बाद जल्द ही यहां से दिल्ली के लिए फ्लाइट शुरू हो जाएगी।
कैसा है किशनगढ़ में नवनिर्मित एयरपोर्ट :
किशनगढ़ में बने इस एयरपोर्ट का रन-वे दो किलोमीटर लंबा है और इसकी टर्मिनल बिल्डिंग की क्षमता 150 यात्रियों की है। यहां रेनवाटर हारवेस्टिंग स्ट्रक्चर, एसटीपी, एलईडी लाइटिंग सिस्टम, फायर अलार्म सिस्टम, केन्द्रीयकृत पेयजल सुविधा, पैसेंजर लिफ्ट, रेस्टोरेन्ट जैसी सुविधाओं के साथ-साथ 6 चैक-इन-काउन्टर भी स्थापित किए गए हैं। यात्री एयरपोर्ट तक आसानी से पहुंच सके, इसके लिए एनएच-8 से टर्मिनल बिल्डिंग तक फोरलेन सड़क बनाई गई है।
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