आरक्षण मामले को लेकर दो धड़ों में बंटते नजर आया गुर्जर समुदाय
जयपुर। गुर्जरों समेत पांच जातियों को विशेष पिछड़ा वर्ग (एसबीसी) आरक्षण की मांग को लेकर पिछले काफी समय से आंदोलन कर रहा गुर्जर समुदाय में आज दो धड़ों में बंटता नजर आया। दरअसल, राजधानी जयपुर में सामाजिक न्याय मंत्री एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी के आवास पर आरक्षण के मामले को लेकर वार्ता का आयोजन किया गया था, जो विफल बताई जा रही है। इसी दौरान गुर्जर समुदाय दो धड़ों में बंटता दिखाई दिया।
अरुण चतुर्वेदी के आवास पर सरकार के साथ आयोजित हुई गुर्जरों की वार्ता में गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और हिम्मत सिंह समेत कई प्रतिनिधि शामिल हुए। वार्ता के बाद गुर्जर नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि वार्ता पूरी तरह से विफल रही है। वार्ता के बाद अरुण चतुर्वेदी के घर के बाहर ही गुर्जर समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। इस दौरान गुर्जर समुदाय के लोगों में गाली-गलौच हो गई और मारपीट तक की नौबत आ गई, जहां अन्य नेताओं ने बीच बचाव किया।
दरअसल, सिंकदरा मेेे अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे गुर्जर आंदोलनकारियों ने कल दौसा कूच और गिरफ्तरी देने का ऐलान किया है। इसको रोकने के लिए मंत्री अरुण चतुर्वेदी के आवास पर गुर्जर नेता किरोडी सिंह बैंसला, हिम्मत सिंह के नेतृत्व में एक दर्जन गुर्जर प्रतिनिधियों से सरकार ने वार्ता की। सरकार की ओर से मंत्री अरुण चतुर्वेदी, मंत्री राजेंद्र राठौड़, हेमसिहं भडाना मौजूद रहे।
वार्ता के बीच में मंत्री राजेंद्र राठौड़, मंत्री अरुण चतुर्वेदी विधानसभा चले गए। मंत्री हेमसिंह भडाना गुर्जरों को समझाते रहे, लेकिन आखिर में गुर्जर नेता हिमम्त सिंह ने वार्ता को विफल बताया और कल दौसा कूच का ऐलान किया। वहीं, किरोडी सिंह बैंसला ने वार्ता को कुछ हद तक सफल बताया, मगर सरकार के रुख से संतुष्ट नजर नहीं आए। मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने मीडिया से बचते हुए नजर आए।
अरुण चतुर्वेदी के आवास पर सरकार के साथ आयोजित हुई गुर्जरों की वार्ता में गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और हिम्मत सिंह समेत कई प्रतिनिधि शामिल हुए। वार्ता के बाद गुर्जर नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि वार्ता पूरी तरह से विफल रही है। वार्ता के बाद अरुण चतुर्वेदी के घर के बाहर ही गुर्जर समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। इस दौरान गुर्जर समुदाय के लोगों में गाली-गलौच हो गई और मारपीट तक की नौबत आ गई, जहां अन्य नेताओं ने बीच बचाव किया।
दरअसल, सिंकदरा मेेे अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे गुर्जर आंदोलनकारियों ने कल दौसा कूच और गिरफ्तरी देने का ऐलान किया है। इसको रोकने के लिए मंत्री अरुण चतुर्वेदी के आवास पर गुर्जर नेता किरोडी सिंह बैंसला, हिम्मत सिंह के नेतृत्व में एक दर्जन गुर्जर प्रतिनिधियों से सरकार ने वार्ता की। सरकार की ओर से मंत्री अरुण चतुर्वेदी, मंत्री राजेंद्र राठौड़, हेमसिहं भडाना मौजूद रहे।
वार्ता के बीच में मंत्री राजेंद्र राठौड़, मंत्री अरुण चतुर्वेदी विधानसभा चले गए। मंत्री हेमसिंह भडाना गुर्जरों को समझाते रहे, लेकिन आखिर में गुर्जर नेता हिमम्त सिंह ने वार्ता को विफल बताया और कल दौसा कूच का ऐलान किया। वहीं, किरोडी सिंह बैंसला ने वार्ता को कुछ हद तक सफल बताया, मगर सरकार के रुख से संतुष्ट नजर नहीं आए। मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने मीडिया से बचते हुए नजर आए।

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