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VIDEO : पंकज चौधरी के ऐलान से 'राजनीतिक भूचाल', लोकसभा चुनाव के लिए ठोकी ताल

जयपुर। राजस्थान की पूर्ववर्ती राजे सरकार की अनुशंसा पर हाल ही में केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा से बर्खास्त किए गए राजस्थान केडर के पूर्व आईपीएस आधिकारी पंकज चौधरी ने अब लोकसभा चुनावों के लिए ताल ठोक दी है। पंकज चौधरी ने आज राजधानी जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इस बात का ऐलान किया है कि अब तक वे लोक सेवा में आपके साथ थे और अब राजनेता के रूप में आपके साथ रहेंगे और लोकसभा चुनाव में पश्चिमी राजस्थान की किसी भी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि उन्होंने अभी य साफ नहीं किया है कि वे किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे। इसके बारे में वे अप्रेल के शुरूआती दिनों में घोषणा करेंगे।

सच्चाई एवं ईमानदारी का साथ देते हुए भ्रष्टाचार एवं भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ डटे रहने के कारण एक दबंग पुलिस अधिकारी के रूप में पहचाने जाने वाले पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी ने आज जयपुर में एक बड़ा ऐलान करते हुए राजनीतिक भूचाल ला दिया है। चौधरी ने ऐलान किया है कि अब वे राजनीति के क्षेत्र में आ रहे हैं और लोकसभा चुनावों में वे पश्चिमी राजस्थान में आने आने वाली बाड़मेर-जैसलमेर, जालोर-सिरोही, जोधपुर, पाली, नागौर, बीकानेर व गंगानगर-हनुमानगढ़ में से किसी भी सीट से लोकसभा चुनावी मैदान में उतरेंगे। हालांकि उन्होंने अभी यह खुलासा नहीं किया है कि वे किस पार्टी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।

प्रेसवार्ता में पंकज चौधरी ने कहा कि अब तक वे एक लोकसेवक के रूप में भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े थे और लोगों के साथ रहे है, लेकिन अब एक राजनेता के रूप में लोगों के साथ रहेंगे और देश के संविधान के तहत ही विशुद्ध एवं सेवा भाव के साथ राजनीति करेंगे। वहीं उनकी सेवाएं समाप्त किए जाने को लेकर उन्होंने अपनी बर्खास्तगी को तथ्यहीन करार दिया और कहा कि इस मामले में वे कैट में चुनौती दे चुके हैं, जिसमें अगली सुनवाई 10 अप्रेल को होगी। चौधरी ने कहा कि सच्चाई न तो कभी झुकती है और न ही कभी छिपती है, ऐसे में उन्होंने अदालत पर पूरा भरोसा है और कहा कि उन्हें यकीनन इंसाफ मिलेगा।


ईमानदार एवं साफ सुथरी छवि वाली दबंग शख्सियत पंकज चौधरी ने कहा कि समाज एवं देश हित में ईमानदारी से कार्य करने वालों के सामने चुनौतियां जरूर आती हैं, लेकिन इन परेशानियों से वे घबराने वाले नहीं है। तमाम परेशानियों के बावजूद भ्रष्टाचारियों के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा कि हर माह एक भ्रष्ट एवं अयोग्य IAS-IPS अधिकारी को तथ्यों एवं पूर्ण सबूतों के आधार पर एक्सपोज कर जनता के सामने लाया जाएगा। ऐसे में अब सभी भ्रष्ट अधिकारियों को सचेत हो जाना चाहिए और संभल जाना चाहिए।

पंकज चौधरी ने पिछले 8 वर्षों में राजस्थान के कई भ्रष्ट आईएएस, आईपीएस अधिकारियों सहित भ्रष्ट व देश विरोधी जनप्रतिनिधियों के कारनामे उजागर किए हैं। अब तमाम तरह की विषम परिस्थितियों के बावजूद पंकज चौधरी ने हिम्मत नहीं हारते हुए सच के लिए संघर्ष जारी रखने का निर्णय लिया है। चौधरी किसी बड़े वादे व समीकरण के साथ आम जनता के बीच नहीं जा रहे है, लेकिन उन्होंने निम्न नीतियों व विजन पर आम जनता के बीच जाकर कार्य करने का फैसला किया है...
  • न जाति, न धर्म, न क्षेत्र, देश सर्वोपरि की भावना के अनुरूप कार्य करना।
  • महिला सशक्तिकरण विशेषकर पश्चिमी राजस्थान में महिलाओं व बालिकाओं के लिए कार्य करना।
  • सीमा की सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा, देश हित के लिए के लिए पश्चिमी राजस्थान में विशेष मुहिम के तहत कार्य करना।
  • पश्चिमी राजस्थान के युवाओं को प्रेरित कर राष्ट्र निर्माण की कड़ी में शामिल करना।
  • 36 कौम को एक साथ लेकर पश्चिमी राजस्थान को देश के शीर्ष पटल पर लाना।
  • गरीब, पीड़ित, असहाय की पीड़ा पर त्वरित कार्य करना, पुलिस की गलत कार्य प्रणाली पर नियंत्रण, भ्रष्ट व अयोग्य पुलिस कर्मियों पर प्रहार, ईमानदार व योग्य पुलिस कर्मियों व अधिकारियों को पर्याप्त संरक्षण देने के लिए प्लेटफार्म तैयार करना।
  • सीमा पर तस्करी, संदिग्ध गतिविधियों, देश विरोधी गतिविधियों पर पर्याप्त नियंत्रण करना।
  • आमजन में विश्वास पैदा करना व अपराधियों में ख़ौफ पैदा करना।
  • पश्चिमी राजस्थान में प्रशंसनीय कार्य करने वाले सामाजिक संस्थाओं, व्यक्ति विशेष आदि को पर्याप्त सम्मान व राष्ट्रीय मंच प्रदान करना।
  • पश्चिमी राजस्थान को पर्यटन के क्षेत्र में विश्व पटल पर लाना, सांस्कृतिक धरोहरों पर पर्याप्त संरक्षण सुनिश्चित करना।
  • प्रत्येक माह एक भ्रष्ट अयोग्य आईएएस व आईपीएस को तथ्यों व साक्ष्यों के आधार पर एक्सपोज करना व शीघ्र कार्यवाही के लिए संबंधित संस्थाओं पर दबाव बनाना।
गौरतलब है कि भारतीय पुलिस सेवा 2009 बैच के राजस्थान केडर के अधिकारी पंकज चौधरी को पिछले सप्ताह ही गृह मंत्रालय ने सेवा मुक्त किया था, जिसके बाद कार्मिक विभाग की ओर से उनके घर के बाहर नोटिस चस्पा किया गया था। इसे आदेश को पंकज चौधरी ने कैट में चुनौती दे दी है और इस मामले में अगली सुनवाई 10 अप्रेल को होगी। दूसरी ओर, अब राजनीति के क्षेत्र में उतरने का ऐलान कर पंकज चौधरी ने सियासी पारे में उबाल ला दिया है और राजनीतिक पार्टियों में भी उनके चुनाव लड़ने को लेकर कई तरह की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।



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