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शुभशक्ति से मिली सपनों को उड़ान

अजमेर। केकड़ी के रहने वाले रमेश चंद कोली की बेटियां जैसे-जैसे बड़ी होती गई। उनके भविष्य को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी। ऎसे में श्रम विभाग की शुभशक्ति योजना ने सहारा दिया। राज्य सरकार द्वारा दोनों बेटियाें को स्वावलम्बी बनाने के लिए 55 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी गई। इस राशि से दोनों बेटियां कोई कुटीर उद्योग खोलकर परिवार को आर्थिक सहायता दे सकती है।
   
संभागीय श्रम आयुक्त अनुपम गौड़ ने बताया कि केकड़ी के रहने वाले रमेश चंद कोली का श्रम विभाग की योजना के तहत लेबर कार्ड बनाया गया था। रमेश चंद ने बताया कि वह पेशे से पेन्टर है। साल में कुछ दिन ही काम मिल पाता है। घर का खर्च चलाना सबसे बड़ी समस्या थी । उस पर आगे कॉलेज में 2 बेटियों का दाखिला करवाना एवं उन्हें रोजगार लायक बनाना तो सोच से परे था।

जैसे जैसे बेटियां पूजा एवं नीतू बड़ी होने लगी, आर्थिक मुश्किलें भी बढ़ने लगी।  ऎसे समय में  रमेशचंद को  श्रम विभाग की शुभशक्ति योजना के बारे में जब पता चला। विभाग ने दोनों बेटियाें को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के लिए 55 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी। अब  पूजा एवं नीतू के सपने साकार होंगे। दोनो बहनें स्नातक कर रही हैं। कुछ पैसा बेटियों की शादी में काम आएगा।

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